फसे हैं गीत कई । तुम आओ तो संगीत बन जाए ।।
कुछ पल तेरा साथ हो । तो फिर एक नया गीत बन जाए ।।
तेरी हर अदा लिखूँ इस तरह शब्दों में । के एक नई गज़ल बन जाए ।।
हुस्न और कलम मिले कुछ इस तरह । के फिर एक नया इतिहास बन जाए ।।
हर इंसान के दिल मे बस गए हर तूफानों का वो रुख मोड़ गए
बिता दी सारी उम्र देश के नाम कुछ अलग हटके ही था अंदाज उनका
था फौलादी सीना उनका तूफ़ान भी डरता था ऐसा क़लम था उनका
आया जीते जी रूह उनका देश के नाम ऐसे महान हस्ती को शत शत प्रणाम