Friday 31 August 2018

फसे हैं गीत कई । तुम आओ तो संगीत बन जाए ।।

फसे हैं गीत कई ।
तुम आओ तो संगीत बन जाए ।।

कुछ पल तेरा साथ हो ।
तो फिर एक नया गीत बन जाए ।।

तेरी हर अदा लिखूँ इस तरह शब्दों में ।
के एक नई गज़ल बन जाए ।।

हुस्न और कलम मिले कुछ इस तरह ।
के फिर एक नया इतिहास बन जाए ।।

Thursday 16 August 2018

हर इंसान के दिल मे बस गए हर तूफानों का वो रुख मोड़ गए बिता दी सारी उम्र देश के नाम कुछ अलग हटके ही था अंदाज उनका था फौलादी सीना उनका तूफ़ान भी डरता था ऐसा क़लम था उनका आया जीते जी रूह उनका देश के नाम ऐसे महान हस्ती को शत शत प्रणाम

हर इंसान के दिल मे बस गए
हर तूफानों का वो रुख मोड़ गए

बिता दी सारी उम्र देश के नाम
कुछ अलग हटके ही था अंदाज उनका

था फौलादी सीना उनका
तूफ़ान भी डरता था ऐसा क़लम था उनका

आया जीते जी रूह उनका देश के नाम
ऐसे महान हस्ती को शत शत प्रणाम