Monday 29 August 2016

अगर हो ख़ुद कि तलाश में , तो तुम मुझे याद कर लेना

अगर हो सच्चे दोस्त की तलाश में , तो तुम मुझे याद कर लेना !
अगर बाटना हैं अपना ग़म तो , तुम मुझे याद कर लेना !
हम जैसे इंसान बचे हैं कुछ चंद ,
अगर हो ख़ुद कि तलाश में , तो तुम मुझे याद कर लेना !

Friday 26 August 2016

Badal Sako To Badal Do Bagban Varna

Badal Sako To Badal Do Bagban Varna ,

Kal Tu Baag Me Chaaya ko Tarsega !

Hosh Khokar Bhi Tera Hi Naam Lab Par Aata Hain

Hosh Khokar Bhi Tera Hi Naam Lab Par Aata Hain ,

Bin Piye Ab Mera Pav Ladkhadata Hain !

Ek Tufan Sa Dil Me Uthta Hain ,

Mujhe Har Pal Tu Bewafa Yaad Aata Hain !

Chehare Se Shuru Hui Mohabbat

Chehare Se Shuru Hui Mohabbat ,

Aksar Bisatr Par Khatm Ho Jati Hain !

Aur Dil Se Shuru Hui Mohabbat ,

Aksar Zanmo Zanam Tak Chalti Hain !

Jo Kisi Ki Aukat Dekhe Wo Insan Nhin Hota

Jo Kisi Ki Aukat Dekhe Wo Insan Nhin Hota ,

Bandukh Ki Goliyon Se Kbhi Izahar Nhin Hota !

Yun To Ladkiyan Kabhi Marti Nhin Shayari Par ,

N Jane Janab Tumhe kyun Ye Guman Ho Gaya !

Wednesday 24 August 2016

कर अपनी आँखे बंद जय श्री कृष्ण नाम जपले

सुबह शाम तू ध्यान लगा ,
हर पल प्रभु के गुण गान गा !
समय को न यू ब्यर्थ गँवा ,
जय श्री कृष्ण नाम पता जा !

हँसते जपले रोते जपले ,
गाते जपले नाचते जपले !
मिला हैं जो ये चार पल तो ,
 हर पल में जय श्री कृष्ण नाम जपले !

इसी नाम में सत्य हैं ,
इसी नाम में मोक्ष !
बैठे बैठे तु भी ये काम करले ,
जय श्री कृष्ण तु नाम जपले !

बसे सबके रोम रोम में ,
हर फ़िज़ा हर वादियों में !
 कर अपनी आंखें बंद ,
 जय श्री कृष्ण का नाम जपले !
@ ॐTiwari

हर शब्द मेरा मेरे दिल का दर्द है

हर शब्द मेरा मेरे दिल का दर्द है पढ़ लिया करो , 
न जाने कौन सी शायरी मेरी आखिरी हो जाए !

Monday 15 August 2016

डरते नहीं तलवारों गोलियों के बौछार से , हैं दम तो आज़मा ले युद्ध के मैदानो में !

वीर शिवाजी महाराणा प्रताप के परछाईं हैं ,
फूल नहीं हम शोलों की औलाद हैं !

डरते नहीं तलवारों गोलियों के बौछार से ,
हैं दम तो आज़मा ले युद्ध के मैदानो में !

हर गली गली में गूँज रहा यहीं नारा हैं ,
सुन ले पाकिस्तान ये कश्मीर हमारा हैं !

हम भारत माँ के दीवाने हैं सीना तान कर चलते हैं ,
हम हैं शेर तो तुम वो कुत्ते जो हर गली में घूमते हैं !

इंसान नहीं अंगार और फ़ौलाद हैं हम ,
छोड़ दे गीदड़ भक्ति देना हम शूर वीरों की औलाद हैं !

हम राम परशुराम ॐ का नाद हैं ,
सुन ले गद्दारे वतन पाकिस्तान , ये कश्मीर हमारा हैं !

Wednesday 10 August 2016

मैं सारी ख़ुशियाँ तेरे नाम लिख दूँ !

ये सुनहरी सुबह वो मस्तानी शाम ,
आ तेरे नाम मैं ये अपना सारा जीवन लिख दूँ !

तु जो दे इजाज़त तो तुझपर कुछ लिख दूँ ,
ये धरती चाँद सितारे आ तेरे नाम लिख दूँ !

होंठ गुलाबी नैन शराबी ये तो सब लिखते हैं ,
आ मैं तेरे रूह पर कुछ लिख दूँ !

मैं शायर हूँ बस तेरे अश्को का ,
आ मैं तेरे हर आँसुओं के बूँद पर लिख दूँ !

जो दर्द हैं तेरे इस ग़ज़ल के नाम कर दे ' महेश ' ,
आ मेरे पास मैं सारी ख़ुशियाँ तेरे नाम लिख दूँ !

Monday 8 August 2016

दिल में जो मलाल हैं उसे ज़ुबा तक लाइए

दिल में जो मलाल हैं उसे ज़ुबा तक लाइए ,
अपने आँखों को ज़रा मेरे रुमाल के पास लाइए !
हम औरों के लिए जीते हैं अपने लिए नहीं ,
गर हमपर हो भरोसा तो अपने ख़याल में मुझे लाइए !

अपने क़दमों को थोड़ा हमारे पास लाइए ,
बे ख़ौफ़ होकर अपने दिल का हाल बतलाए !
जीत और हार से मेरा कोई नाता नहीं ,
गर मेरे दोस्ती में हो कोई दाग़ तो मुझे बतलाइए !

गर तूफ़ानो में हो घिरी तो हमें बताइए ,
गर जानना हैं ज़ख़्म कि गहराई तो हमारे पास आइए !
न मैं कोई मझनु न न मैं कोई फ़रिश्ता ,
गर हो खोज में सच्चे दोस्त के तो मेरे पास आइए !

बिछड़ने के पहले मिलना भी ज़रूरी था

बिछड़ने के पहले मिलना भी ज़रूरी था ,
आँसू बहाने के पहले हँसना भी ज़रूरी था !
जैसे ज़रूरी हैं जीने के लिए खाना ,
वैसे ही जीने के लिए तेरा आना भी ज़रूरी था !

इस दुनिया के भीड़ में एक तेरा साथ भी ज़रूरी था ,
हाथ छूटने के पहले हाँथ थामना भी ज़रूरी था !
जैसे ज़रूरी हैं अंधेरे के लिए रोशनी ,
वैसे ही मुझे तेरा भी मिलना ज़रूरी था !

प्यार के पहले एक भ्रम भी होना ज़रूरी था ,
दिल में बसने के पहले दिल से निकलना भी ज़रूरी था!
जैसे ज़रूरी हैं जीने के लिए साँस लेना ,
वैसे ही मेरे जीवन में में तेरा भी आना ज़रूरी था !

ना जाओ हमें छोड़कर के डर लगता हैं ,

ना जाओ हमें छोड़कर के डर लगता हैं ,
ना जाओ हमें छोड़कर के दिल मचलता हैं !
बिन आपके ये कैसी होगी दुनिया ,
ये सोचकर ही हमें जीने से डर लगता हैं !

हमारा कहेना मानलो ,
तुम ही हम लोगों की जान हो ,
तुम्हीं दोस्त तुम्हीं प्यार ,
तुम्हीं हमारी सब कुछ हो !

गर हुई हो हमसे कुछ ख़ता ,
तो हमको आज माफ़ करो !
हमसे यूँ न रूठो ' Jasmine  ' ,
हमको अपने साथ करो !
Aapka dost 

Saturday 6 August 2016

यहाँ ज़िंदा कौन हैं

बहूँ बेटियाँ लूट रहीं ,
और तमाशा देख रहा संसार !
ये जनता यूँही मुर्दों की तरह खड़ी देख रही.....
अब आप बताइए यहाँ ज़िंदा कौन हैं !!

भूखे मर रहे ग़रीब बच्चे ,
और कोई खाना बर्थ नालों में फ़ेक रहा !
ये जनता यूँही मुर्दों की तरह खड़ी देख रही.....
अब आप बताइए यहाँ ज़िंदा कौन हैं !!

सच्चाई का दम घोटा जा रहा ,
और झूठ चौराहे पर नाच रहा !
ये जनता यूँही मुर्दों की तरह खड़ी देख रही.....
अब आप बताइए यहाँ ज़िंदा कौन हैं !!

आज माँ बाप सारे वृद्ध आश्रम में पल रहे ,
बड़े बुज़र्गो का हो रहा चारों और अपमान !
ये जनता यूँही मुर्दों की तरह खड़ी देख रही.....
अब आप बताइए यहाँ ज़िंदा कौन हैं !!



Tuesday 28 June 2016

जनम जनम का साथ था जिनका

जनम जनम का साथ था जिनका ,
उन्हें भी हमसे बैर हो गया !
वापस चल इस दुनिया से ए ज़िंदगी ,
इस दुनिया वालों को हमसे बैर हो गया !

Monday 20 June 2016

हर शाम सुहानी नहीं होती

          हर शाम सुहानी नहीं होती ,
      हर चाहत के पीछे कहानी नहीं होती !
    कुछ तो असर ज़रूर होगा मेरी शायरी में ,
वर्ना यू लड़कियाँ मेरे शायरी की दीवानी नहीं होती !
     
        

Sunday 19 June 2016

तुझे गीत बनाकर गुनगुनाने लगा हूँ

तुझे गीत बनाकर गुनगुनाने लगा हूँ ,

तेरी ज़ुल्फ़ों के साये में रहने लगा हूँ !

तेरे दिल में बसने लगा हूँ ,

मैं तुझी से तुझको चुराने लगा हूँ !



पापा सा जग में कोई नहीं

पापा सा जग में कोई नहीं 
उनके सिवा मेरा भगवान और कोई नहीं


हर शख्स गुनाहगार हैं 'कुदरत' के कत्ले आम में !ये हवाएं यूँ ही जहरीली नहीं हुई इस संसार में !!

हर शख्स गुनाहगार हैं 'कुदरत' के कत्ले आम में !
ये हवाएं यूँ ही जहरीली नहीं हुई इस संसार में  !!


Tuesday 31 May 2016

शब्द ख्वाहिशों के ढूँढता हूँ अन्जान सी तस्वीरों में

शब्द ख्वाहिशों के ढूँढता हूँ
अन्जान सी तस्वीरों में
कोई अपना सा ढूँढता हूँ
अंजान सी राहों में
कल तसव्वुर में देखा था जिसे
आज उसे हकीकत में ढूँढता हूँ

Thursday 26 May 2016

किसी ने बात करना छोड़ दिया , किसी ने कॉमेंट करना छोड़ दिया !

किसी ने बात करना छोड़ दिया ,
किसी ने कॉमेंट करना छोड़ दिया !
बढ़ गया हैं ग़म इतना ,
इस शरीर ने साथ देना छोड़ दिया !

हम तो करते गए लाइक कॉमेंट ,
सब ने हमें इग्नोर किया !
देखते ही देखते न जाने क्यूँ ,
सब ने हमें अनफ़्रेंड किया !

न कोई हममें अश्लीलता हैं ,
न हमने किसी को कभी दर्द दिया !
फिर भी न जाने क्यूँ यारों ,
सब ने हमें दग़ा दिया !


Monday 23 May 2016

वो बचपन याद आत है वो शरारत याद आती हैं

वो बचपन याद आत है
वो शरारत याद आती हैं
वो रुठना वो मनाना
बचपन की हर वो बात याद आती हैं 
न दुनिया दारी थी
न दिल में भेद भाव था
जो भी था वो 
एक सच्चा प्यार था
वो बातों बातों में दोस्तों से झड़ना
झगड़कर फिर एक हो जाना
यू एठ कर वो चल देना
याद आता हैं मुझे अब भी वो गुज़रा ज़माना

Saturday 21 May 2016

तुम सर्द की ठंड मौसम मैं गर्मि की तपती धूप

तुम सर्द की ठंड मौसम
मैं गर्मि की तपती धूप 
तुम हरियाली मौसम की 
मैं पतझड़ का मौसम
तुम ख़ुशियाँ फुहारों की 
मैं साथी दुखियारो की 
तुम घटा सावन की 
मैं ख़ाक गलियारो की
तुम बहेती नदी 
मैं ठहेरा पानी
तुम साधना प्रेम की
मैं निशानी पाप की
मैं बोझ इस धरती का
मेरा तेरा कोई मेल नहीं

Saturday 14 May 2016

कुछ फ़ेक आइड़ी वाले सबको फ़ेक समझते हैं ,

कुछ फ़ेक आइड़ी वाले सबको फ़ेक समझते हैं ,
शायद अपनी तरह हमको भी समझते हैं !
ख़ुद जिनकी कोई असली पहचान नहीं ,
वो सारी दुनिया को आज फ़ेक समझते हैं !

Friday 13 May 2016

thought

अपने मुँह कभी ख़ुद की तारीफ़ नहीं किया करते ,
क़िस्में कितना हैं हुनर ये ज़माना हमसे अच्छा जानता हैं !

Tuesday 3 May 2016

मुझको लूटा सब ने जिसकी जितनी थी औक़ात , मैं खड़ा तमाशा देखते और वो मंद मंद मुसकाय !

मुझको लूटा सब ने जिसकी जितनी थी औक़ात ,
मैं खड़ा तमाशा देखते और वो मंद मंद मुसकाय !

एक मुद्दत हूवा तुमसे किए हुवे बात ,
ये आँखे अब भी करती हैं बस तेरा इंतज़ार !

सपने मुझे दिखाकर फिर कहीं छुप जाए ,
सावन आया भादव आया पर वो नहीं आए !

ये मनुवा बड़ा पागल खड़ा उन्ही के राह ,
वो बावरी ऐसी गई मिला न कोई उसका थाह !

ढूँढु मैं तुझको कहा कहा कुछ मुझे समझ न आए ,
मैं हूवा तेरी याद में बावरा मुझे कोई राह नज़र न आए !

मेरे इस प्यार की अभी नहीं कोई तुझे थाह ,
जब कोई तेरा दिल तोड़े तब तुझे समझ में आए !

Sunday 1 May 2016

तेरी हर अकड़ ने हमें लड़ना सिखाया हैं , तेरे गलियों ने हमें सच्चा राह दिखाया हैं ! हम तो तुझे समझते हैं अमृत की रसधारा , बस तूने ही अपने आपको जहेर बनाया हैं !

तेरी हर अकड़ ने हमें लड़ना सिखाया हैं ,
तेरे गलियों ने हमें सच्चा राह दिखाया हैं !
हम तो तुझे समझते हैं अमृत की रसधारा ,
बस तूने ही अपने आपको जहेर बनाया हैं !

मुझे अक्सर तेरे चेहरे के पीछे ,
एक अच्छा इंसान नज़र आया है !
हम तुझे समझते हैं दोस्त ,
बस तूने ही अपने आपको दुश्मन बनाया हैं !

हर राहों में तेरे हम बिखरते हैं बन कर फूल ,
तेरे होंठों पर लाली बनकर खिलते हैं !
हम तो तुझे समझते हैं फूल ,
बस तूने ही अपने आप को काँटा बनाया हैं !

बेशक तुम हमसे ना करो शिकायत ,
या चाहे तुम ना करो बात !
हमें तो तुमसे करते प्यार ,
बस तूने ही अपने आप को नफ़रतों में फँसाया हैं !

Saturday 30 April 2016

जख़्म हल्का सा था पर नासूर हो गया , ना जाने कौन कितना मगरूर हो गया !

जख़्म हल्का सा था पर नासूर हो गया ,
ना जाने कौन कितना मगरूर हो गया !
कीमत समझते नहीं इंसान की ,
कहेने को तो पत्थर भी आज भगवान हो गया !

तेरे बेवफ़ाई से मैं भी मशहूर हो गया ,
यहीं उनका आख़िर लफ़्ज़ मेरा तराना हो गया !
किसी की किसी को परवाह ही नहीं ,
कहेने को सारा ज़माना आज दोस्त हो गया !

जीने का फिर नया अंदाज़ मिल गया ,
फिर हमें एक नया सबक़ मिल गया !
ये दुनिया झूठो का बाज़ार ,
सच्चाई का यहाँ क़त्ले आम हो गया !

फिर मुझे धोखा मिल गया ,
फिर इश्क़ मेरा बर्बाद हो गया !
समझा था मैंने जिसको अपना ,
वही मेरा आज क़ातिल हो गया !

दीपक जलकर ख़ाक हो गया ,
मेरा जहाँ अंधियारा हो गया !
अब किस से उम्मीद करूँ ,
जब अपना ही हमें दग़ा दे गया !

मेरे सारे भ्रम आज तुम तोड़ दो

मेरे सारे भ्रम आज तुम तोड़ दो ,
चलो तुम भी मेरा आज दिल तोड़ दो !
फिर किसी की याद में ,
आज तुम मेरा साथ छोड़ दो छोड़ दो !

अपने सारे हद आज तुम तोड़ दो !
फिर मेरी ज़िंदगी ग़लत राह पर मोड़ दो !
जो करना हैं हश्र मेरा आज कर लो
तुम भी मुझे आज तनहा छोड़ दो !

फिर किसी के प्यार में मुझसे नाता तोड़ दो ,
अपना भी नाम ग़ैरों से जोड़ दो !
चलो आज फिर किसी के चाह में  ,
मेरे पीठ में ख़ंजर भोख दो !

Friday 29 April 2016

मंज़िल हैं अभी तेरी दूर ज़रा सम्भल कर चल , हर क़दम पर हैं काँटे तेरे राही ज़रा सम्भल कर चल !

मंज़िल हैं अभी तेरी दूर ज़रा सम्भल कर चल ,
हर क़दम पर हैं काँटे तेरे राही ज़रा सम्भल कर चल !

सफ़र हैं दूर पथ में हैं काँटे ज़रा सम्भल कर चल ,
नहीं रहेता यूँ सदा अँधेरा राही ज़रा सम्भल चल !

देगा नहीं यहाँ कोई तेरा साथ ज़रा सम्भल कर चल ,
आनेवाला हैं नया सबेरा राही ज़रा सम्भल कर चल !

ये दर्द ये दुःख नहीं रहेता सदा ज़रा सम्भल कर चल ,
आने को नई ख़ुशियाँ राही ज़रा सम्भल कर चल !

तेरे इंतज़ार में निगाहे लगाए बैठा हूँ , मैं तेरे प्यार में सारी दुनिया को भूलाए बैठा हूँ !


तेरे इंतज़ार में निगाहे लगाए बैठा हूँ ,
मैं तेरे प्यार में सारी दुनिया को भूलाए बैठा हूँ !

तेरे फिर लौट आने का मैं आस लगाए बैठा हूँ !
मैं तेरे प्यार में अपनो को रुलाए बैठा हूँ !

हर राहों में फूल बिछाए बैठा हूँ ,
मैं तेरे प्यार में अपना सब कुछ लुटाए बैठा हूँ !

इस अँधियारे में एक दीप जलाए बैठा हूँ ,
मैं तेरे प्यार में फिर जीने की उम्मीद लगाए बैठा हूँ !

दिल में बसा कर मैं तुझको , अपनी रानी बनाऊँगा ! तेरे प्यार के आँचल से , मैं सारे घर को सजाऊँगा !

दिल में बसा कर मैं तुझको ,
अपनी रानी बनाऊँगा !
तेरे प्यार के आँचल से ,
मैं सारे घर को सजाऊँगा !

चारों ओर होगा प्यार ही प्यार ,
नफ़रतों से दूर एक जहाँ बनाऊँगा !
 दिल से दिल का जहाँ हो संगम ,
मैं ऐसा एक आशियाना बनाऊँगा !

मैं दुश्मनों के भी दिल में ,
एक प्यार का फूल खिलाऊँगा !
मैं हर अँधियारे से लड़ने ,
एक प्यार का दीप जलाऊँगा !

बड़ी सभ्यता देखी तुझमें , गालियों में ही बात करती हो ! अपने ही भाई यार दोस्तों को , तुम सदा बदनाम करती हो !

बड़ी सभ्यता देखी तुझमें ,
गालियों में ही बात करती हो !
अपने ही भाई यार दोस्तों को ,
तुम सदा बदनाम करती हो !

ज़ुबा तेरी माशा अल्लाह ,
मिर्ची सी लगती हैं !
शरारत में तु तो ,
सबकी नानी लगती हो !

थोड़ा सा प्यार जताकर ,
फिर दिल तोड़ देती हो !
बातों ही बातों में ,
सब कुछ लूट लेती हो !

दिखाकर किसी को राह ,
फिर भटका देती हो !
बुलाकर पास बड़े प्यार से ,
फिर ठोकर मारती हो !

Thursday 28 April 2016

उन्होंने कहा बदल जाओ , मैं ख़ुद को बदल न सका ! बस मेरी यहीं कमी थी , उनको मैं जता न सका !

उन्होंने कहा बदल जाओ ,
मैं ख़ुद को बदल न सका !
बस मेरी यहीं कमी थी ,
उनको मैं जता न सका !

बहेने को थे आँखों से आँसू ,
पर मैं बहा न सका !
सामने से निकल गई वो ,
और मैं उसे पुकार न सका !

एक हीं जान थी सिने में ,
जिसे मैं बचा न सका !
ए कैसी मजबूरी हैं यारों ,
मैं अपनी चाहत उसे बता न सका !

जो बात थी दिल में ,
उसे ज़ुबा तक ला न सका !
मैं तेरे बिन सनम ,
एक पल भी जी न सका !

Wednesday 27 April 2016

तेरे ज़ुल्म सितम से मैं , फूट फूट कर आज रोया हूँ ! अभी न जगाना मुझे , अभी तो चैन की नींद सोया हूँ !

तेरे ज़ुल्म सितम से मैं ,
फूट फूट कर आज रोया हूँ !
अभी न जगाना मुझे ,
अभी तो चैन की नींद सोया हूँ !

अभी अभी हूवा हु तनहा ,
अभी अभी टूटा हूँ मैं !
आँखो में छाया अंधियारा ,
अब तो चैन की नींद सोने दो !

अभी अभी तो सुकून मिला हैं ,
सपनो की दुनिया में खोने दो !
भाड़ में जाए दुनिया सारी ,
चैन की नींद मुझे सोने दो !

अपने रोयें रोने दो ,
साथ छूटे छूटने दो !
क्यों इतना सोचते हो ,
अब तो मुझे सोने दे !

टूटे आज रिश्ते सारे ,
छूटे आज संघी साथी !
बंद करके इन आँखो को ,
मुझे अब तो सोने दो !

बहोत तरसा हू सोने को ,
सोऊ तब तक मुझे सोने दो !
मत रोना मेरे दुःख में ,
अब तो मुझे चिर निद्रा सोने दो !

मुझे जगाने की हठ में ,
तु क्यों सिसक सिसक कर रोया हैं !
चुप होज़ा पगले कभी तो ,
तुम्हें भी चिर निद्रा में सोना हैं !

फिर मिलने का कोई वादा नहीं , साथ निभाने का कोई इरादा नहीं !

फिर मिलने का कोई वादा नहीं ,
साथ निभाने का कोई इरादा नहीं !
पल में ग़ैर बना दिया मुझे ,
कहेती हैं तुमसे मेरा कोई वास्ता नहीं !

उनके दिल में प्यार नहीं ,
मेरा भी अब कोई अरमान नहीं !
सो रहा नसीब अपना ,
मुझपर किसी को एतबार नहीं !

ज़िंदगी के राह में कोई अपने साथ नहीं ,
यहाँ कोई किसी का सच्चा यार नहीं !
तुम जहाँ भी रहेना ख़ुश रहेना ,
अब मुझे भी किसी पर विश्वास नहीं !

Tuesday 26 April 2016

मौसम की तरह बदल गई वो , बेग़ाना मुझे पल में कर गई वो !

मौसम की तरह बदल गई वो ,
बेग़ाना मुझे पल में कर गई वो !
न आया तूफ़ान न आया सैलाब ,
न जाने क्यूँ हमसे रूठ गई वो !

कुछ दूर साथ आकर मुँह मोड़ गई वो ,
प्यार जताकर दिल तोड़ गई वो !
एक पल लगा अब तो कोई अपना मिला ,
सपने दिखाकर फिर दिल तोड़ गई वो !

लहेरो की तरह आकर निकल गई वो ,
शोहरत के लिए मेरा इस्तेमाल कर गई वो !
मैंने समझा भगवान वो निकली पत्थर ,
चंद पैसों के ख़ातिर रिश्ता तोड़ गई वो !

Thursday 21 April 2016

आज दुनिया में ये कैसा समय आया हैं , आज नर को मैंने नारी के भेष में पाया हैं !

आज दुनिया में ये ,
कैसा समय आया हैं !
आज नर को मैंने ,
नारी के भेष में पाया हैं !
अपने हीं लिंग पर उन्हें ,
लगता हैं विश्वाश नहीं !
नर के खाल में वो ,
नारी सा पेश आता हैं !
क्रीम पावडर लगाकर ,
लहराता शर्माता हैं !
लड़का होकर भी ,
एक लड़की सा सरमाता हैं !
चाल ढाल बोल चाल ,
सब लड़की जैसे !
लड़का होकर भी वो ,
लड़के से आशिक़ी फ़रमाता हैं !

Wednesday 20 April 2016

शिव पूजा

(१) :- 
जीवन की राह पर उन्हें भी याद कर लिया करों ,
दिन भर न सहीं एक बार नाम ले लिया करों !
बेड़ा पार करेंगे शिव शंभु भोले नाथ ,
बस दिल से शिव शंकर का नाम ले लिया करों !
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
(२) :-
रास्ता भटक गए तो मेरे साथ आओ ,
दिल हैं टूटा तो मेरे साथ आओ !
सुबह शाम मेरे शरणों में रहेकर ,
ॐ नमः शिवाय का जाप लगाओ !
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
(३) :- 
दिल में लोगों को बसाते चलो ,
होंठों से नग़मे गुनगुनाते चलो !
हर मुश्किल हो जाए आसान ,
ॐ नमः शिवाय का जाप लगाते चलो !

दिल में प्यास जागते चलो ,
मिलन की आस जगाते चलो !
मिल जाएँगे तुमको मंज़िल ,
हर हर महादेव गाते चलो !

सब दुःखों को भुलाते चलो ,
इस अँधियारे में एक दीप जलाते चलो !
हो जाएँगी मुरादें पूरी तेरी ,
बस दिल से शिव शंकर का नाम लेते चलो !

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
(4)
कभी किसी से की मिन्नते कभी किसी को दिया वास्ता ,
गोली मारो इश्क़ को चलो करते हैं शिव की साधना !

कभी किसी के पीछे भागे कभी किसी के आगे आगे ,
छोड़ो ये सब चक्कर चलो करते हैं शिव की साधना !

कभी मोहब्बत में तो कभी ख़ुद को पैसों पे लूटा दिया ,
गर पाना हैं सच्ची राह तो चलो करते हैं शिव की पूजा !

कभी पास रहेकर तो कभी दूर रहेकर लूट गए ,
बस तुझे पाने के ख़ातिर हम करते हैं शिव को पूजा !

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Tuesday 19 April 2016

उनकी हर बद्दुआ को हम दुआ समझते रहे गए , हम अपनी ही बर्बादी पर जश्न मानते रहे गए !

उसने माँगी थी मौत मेरी इस लिए हम गुज़र गए ,
हम अपने प्यार के ख़ातिर मौत से लड़ गए !

उनके दिए हुवे जहेर को हम अमृत समझकर पी गए ,
हम अपनी मौत का ख़ुद तमाशा देखते रहे गए !

उनको बिठाकर ऊँचाई पे हम ख़ुद नीचे गिर गए ,
क्या बताऊँ यारों हम उनकी चाहत में क्या क्या कर गए !

उनकी हर बेवफ़ाई को हम वफ़ा समझते रहे गए ,
एक बेवफ़ा से दिल लगाकर हम जीते जी मर गए !

उनकी हर बद्दुआ को हम दुआ समझते रहे गए ,
हम अपनी ही बर्बादी पर जश्न मानते रहे गए !

Sunday 17 April 2016

चाहे शिव शंकर बोलो , चाहे भोले नाथ बोलो !

चाहे शिव शंकर बोलो ,
चाहे भोले नाथ बोलो !
हर रूप में मिल जाएँगे ,
जय शिवश्म्भो बोलो !
चाहे नील कंठ बोलो ,
चाहे महारुद्र बोलो 
सब कीं मन्नत पुरी करते ,
जय बम बम भोले बोलो !
चाहे मृत्युंजय बोलो ,
चाहे ॐ नमः शिवाय बोलो !
सब के दुःख हरता ,
जय आदिनाथ बोलो !

Friday 15 April 2016

ये दुनिया हसीन लगने लगी , जब से मईया के शरणो में रहने लगा !

ये दुनिया हसीन लगने लगी ,
जब से मईया के शरणो में रहने लगा !
मईया की धुन बजने लगी ,
जब से मईया के शरणो में रहेना लगा !

ग़म सारे अब दूर होने लगे ,
जब से मईया के भजन हम गाने लगे !
ख़ुशियों की बारिश होने लगी ,
जब से नवरात्र में मईया की पूजा होने लगी !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

मईया के शरणो में आकर यू लगने लगा ,
मुझे मेरी माँ का प्यार मिलने लगा !
नहीं ज़िंदगी में कमी अब कोई ,
मईया की धुन जब से गाने लगा !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

मईया की ज्योत जब जलने लगेगी ,
हर टूटे दिल तब जुड़ने लगेंगे  ,
न जन्मो जनम फिर भटकना पड़ेगा ,
बस मईया के दर तुमको आज आना पड़ेगा !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

हर दुश्मनी दोस्ती में बदलने लगी ,
जब से मईया के दर आने लगे !
हर मन्नते पूरी होने लगी ,
जब से इस दिल में मईया बसने लगी !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

Writer :- ॐTiwari

Monday 11 April 2016

फिर क्यूँ तेरी आँखो में आज मेरी सूरत नज़र आइ

हर जगह फैली हुई रात की स्याही ,
ऐसे में मुझे फिर तेरी याद आइ  !

जब जब आसमान में चाँद नज़र आया ,
तब तब उस चाँद में मुझे तेरी सूरत नज़र आइ !

जब भी कश लगाकर सोचा तेरे बारे में ,
हर उड़ते धुएँ में मुझे तेरी सूरत नज़र आइ !

चलो ये भी माना तुम मुझे नहीं चाहती ,
फिर तुझमें मेरी झलक क्यों नज़र आइ !

तेरे दिल में मैं नहीं बसता ये भी माना ,
फिर क्यूँ तेरी आँखो में आज मेरी सूरत नज़र आइ !

Sunday 3 April 2016

क्या ख़ूब तमाशा करते हैं वो क्या ख़ूब तमाशा करते हैं !

बेवफ़ाई करके वो वफ़ा की बातें करते हैं ,
क्या ख़ूब तमाशा करते हैं वो क्या ख़ूब तमाशा करते हैं !

ख़ुद घाव देकर मरहम लगाने आते हैं ,
बिखरी हुई छांव में धूप दे जाते हैं !

न जाने क्यूँ वो बहेकी बहेकी बातें करते हैं ,
सामने मंज़िल हैं और जुदाई की बातें करते हैं !
क्या ख़ूब तमाशा करते हैं वो........

दिल तोड़कर मेरा फिर हसने को कहते हैं ,
बहारों के मौसम में पतझड़ की बातें करते हैं !

ख़ुद बेवफ़ा होकर हमें बेवफ़ा कहते हैं ,
जले हुवे चरागो को बुझाने की बातें करते हैं !
क्या ख़ूब तमाशा करते हैं वो........

Friday 1 April 2016

ये ब्रिज गिरने का क़िस्सा तीन साल पुराना हैं , ये कोई नई बात नहीं ये तो वहीं खेल पुराना हैं !

ये ब्रिज गिरने का क़िस्सा तीन साल पुराना हैं ,
ये कोई नई बात नहीं ये तो वहीं खेल पुराना हैं !
तीन साल पहले गिरा था उल्टाडांगा में ,
अभी गिरा उसी का हिस्सा गणेश टाक़ीस क्रॉसिंग में !

ये मौत का नंघा नाच और कब तक चलेगा ,
यूँही बे मौत इंसान और कब तक मरेगा !
शायद लोगों इसमें अपना भी क़सूर हैं ,
ये तो उसी घूसख़ोरी का सबूत हैं !

चंद पैसों के ख़ातिर तुम ये कांड कर रहे ,
इस धरती पर मानवता को तुम शर्मसार कर रहे हैं !
मिलावटी ब्रिज बनाकर तुमने अच्छा काम किया हैं ,
इंसानियत को आज तुमने हैवानियत का नाम दिया हैं !

मिलावट का ज़माना मिलावटी दुनिया के सारे लोग ,
चंद पैसों के ख़ातिर मिलावट करते ये सारे लोग !
क्या क़सूर था उनका जो ब्रिज के नीचे दबकर मर गए ,
हे भगवान उनको स्वर्ग में भेजना जो आज बे मौत मर गए !

Wednesday 30 March 2016

धीरे धीरे चल ज़िंदगी ,

धीरे धीरे चल ज़िंदगी ,
कुछ फ़र्ज़ निभाना अभी बाक़ी हैं !
रूठे हैं जो उनके होंठों पर ,
अभी मुस्कान लाना बाक़ी हैं !
कुछ काम अभी ज़रूरी हैं ,
उनको निपटान बाक़ी हैं !
मेरे हर आसुओं का ,
अभी हिसाब लेना बाक़ी हैं !
बचे हैं कुछ अरमान अभी ,
उनको  दफ़नाना अभी बाक़ी हैं !
इन साँसों पर हक़ हैं जिनका ,
उनका क़र्ज़ चुकाना अभी बाक़ी हैं !

Thursday 24 March 2016

होली के रंग में रंग जाओ , नई ख़ुशियाँ फिर पाओ !

होली के रंग में रंग जाओ ,
नई ख़ुशियाँ फिर पाओ !
छोड़ो के ये अपने ग़म ,
जीवन में नए कलर भर जाओ !
कल की बात को भूल ,
आज ये तुम होली मनाओ !
 भूल के सारी दुश्मनी ,
दुश्मनो को भी आज दोस्त बनाओ !
आओ आजाओ दोस्तों ,
ये होली मेरे संग मनाओ !
रंगीन हुई ये दुनिया सारी ,
तुम भी मेरे रंग में रंग जाओ !

किस पर करूँ भरोसा अपना , साया ही हमसे बेवफ़ा हो गया !

किस पर करूँ भरोसा अपना ,
साया ही हमसे बेवफ़ा हो गया !
दिल से चाहा था जिसे ,
आज वही बेवफ़ा हो गया !
किनारे पर खड़ी कश्ती थी ,
और न कोई तूफ़ान था !
मेरे इस दिल में बस ,
उसी बेवफ़ा का नाम था !
उसी का नाम ले ले कर ,
अब तो हम पीते हैं !
पीते क्या हैं यारों ,
हम पीते हैं इसीलिए जीते हैं !

एक निगाह भर कर जो देखले , तो मुर्दों में भी जान आजाए !

एक निगाह भर कर जो देखले ,
तो मुर्दों में भी जान आजाए !
इस आँखो के काजल में ,
सारा जहाँ मिल जाए !
ये गोरा बदन ये गोरा चेहरा ,
ये तिर्ची निगाहे ये मीठी मुस्कान !
ये चेहरे पर ज़ुल्फ़ों का आना ,
उसपर तेरा यु मंद मंद मुस्कान !
हाय तेरा हाँथों से टेडीबीयर पकड़ना ,
वो प्यार से तेरा मुझे धत्त बुलाना ,
और मैं क्या कहूँ तेरी तारिफ़ में अनायडा ,
ये तिवारी तो हो गया तेरा दीवाना !

Tuesday 22 March 2016

मैं एक जनम का नहीं , जनम जनम का साथी हूँ !

मैं एक जनम का नहीं ,

जनम जनम का साथी हूँ !

मन की आँखों से देखो तो ,

मैं कब तुमसे जुदा हु !

ये सीमायें ये जात पात के बंधन ,

प्यार करने वालों को जुदा नहीं कर सकती !

मरता तो ये शरीर हैं ,

मैं कहा तुमसे जुदा हूँ !

Sunday 20 March 2016

करके ख़ुद बेवफ़ाई , वो हमपर तोहमत लगा रहे हैं !

करके ख़ुद बेवफ़ाई ,

वो हमपर तोहमत लगा रहे हैं !

वो हंस कर धत्त बोलकर ,

मुझको जीते जी मार रहे हैं !

ख़ुद दिल से निकालकर ,

वो मुसाफ़िर मुझे बना रहे हैं !

कोई तो जा कर बोले उनको ,

हम साया हैं उनके हम कहा जुदा हैं !

आप को खुदा मानना गर गुनाह हैं ,

तो हा हम तेरे गुनाह गार हैं !

Saturday 19 March 2016

सपनों की दुनिया से , आया उड़न खटोला !

सपनों की दुनिया से ,

आया उड़न खटोला !

लेकर सुंदर एक ,

सपनों का बादल ,

गा रहीं हैं लोरियाँ ,

आज जुगनू सारे !

इतनी मधुर सुरीली रात हो तो ,

इन आँखो में नींद कैसे न आए !

Thursday 17 March 2016

तु साथ चल या ना चल , मैं तेरे साथ सदा चलूँगा !

तु साथ चल या ना चल ,
मैं तेरे साथ सदा चलूँगा !
बिखरे हुवे तेरे राहों में ,
काँटो को मैं सदा साफ़ करूँगा !

ये मत समझना के मैं तुझसे ,
मर कर भी जुदा रहूँगा !
जब भी मुश्किलों में पड़ोगी ,
मैं तेरे साथ सदा रहूँगा !

रातों को जो नींद लगी तो ,
बनकर सपना तेरे ख़्वाबों में आज़ाऊँगा !
सुबह की पहली किरण से ,
आकर तुझे जगाऊँगा !

जो राह चलते टपके पसीना ,
तो हवा का झोंका बन जाऊँगा !
जो लगी तुझे धूप तो ,
बन कर छांव मैं फिर आऊँगा !

दुनिया से लड़ने की फिर
तरकीब नई तुझे सिखलाऊँगा !
मैं मरकर भी सनम ,
तेरा सदा साथ निभाऊँगा !

Wednesday 16 March 2016

मैं अपने लिए अब क्या माँगू उस रब से , एक आपको देकर उस रब ने मुझे सब कुछ दे दिया हैं !

मैं अपने लिए अब क्या माँगू उस रब से ,
एक आपको देकर उस रब ने मुझे सब कुछ दे दिया हैं !
अब और कुछ तमन्ना नहीं मेरी ,
एक तुझे पाकर मैंने सारा जहाँ पा लिया हैं !

राह थी मुश्किलों भरी थे दुश्मन बने अपने सारे ,
एक आप ने मेरा साथ निभाकर सारे जहाँ को झुका दिया हैं !
नहीं मिला हमें प्यार सारे ज़माने का तो क्या ,
एक आप को पाकर सारे जहाँ का प्यार पा लिया हैं !

कल तक जिन ख़ुशियों से अंजान था आज ,
एक तुझे देकर उस खुदा ने ख़ुशियों का संसार दे दिया हैं !
यू तो पतझड़ में कभी बहार आती नहीं ,
एक आप को पाकर जैसे पतझड़ में बहारों को पा लिया हैं !

यू तो दुनिया में कई मुस्कान ने कई यो को लूटा ,
बस एक आप के मुस्कान ने रोते हुए को हँसा दिया हैं !
यू तो चलता रहा सदा हीं काँटों पर बस एक आपने ,
मेरा हाँथ थामकर काँटों को फूल बना दिया हैं !

रात बीती फिर सुबह आइ , फिर तेरी यादों का सौग़ात लेकर आइ !

रात बीती फिर सुबह आइ ,
फिर तेरी यादों का सौग़ात लेकर आइ !
रोशनी ने ज्यों धरती पर क़दम रक्ख़ा ,
वैसे हीं तु मुझे और याद आइ !

तेरी याद आइ तो आँखों से बहे आँसू ,
उन हर आँसुओ में मुझे तेरी तस्वीर नज़र आइ !
तुम बिन जीना सोचूँ कैसे ,
मेरी धड़कन बनकर तु मेरे तन में हैं समाईं !

तेरी यादों का झोंका चला आता हैं ,
हमें तरसाने चला आता हैं !
मेरे हर तन मन में बसी हैं तु ,
न जाने क्यूँ तुम बिन मुझे अब चैन नहीं आता हैं !

Tuesday 15 March 2016

Ye vadiya ye havaye ye fijaye Ye badl ye panchi ye ghataye

Ye vadiya ye havaye ye fijaye
Ye badl ye panchi ye ghataye
Sunaa rahe hain jaise koi
Ye madhur sangit

Jb cheda taan vadiyo ne
To ye hariyali bhi jhumi
Jhum jhum kar nacha nacha kar
Ye sb ka man bahlaye
Ye sab ka man bahlaye

Ye vadiya ye havaye ye fijaye........

Prem ki root Aai
Milan ki root Aai
Tum kab Aaoge sajan
Ye Geat ga rahi havaye
Ye geat ga rahi havaye

Ye vadiya ye havaye ye fijaye........

Tum bin hain ye suni vadiya
Tum bin hain ye suni rahe
Ye pal ye mausam bit raha
Tere intzar me hui main bavri
Tere intzar me hui main bavri

Ye vadiya ye havaye ye fijaye........

Koi sath chod gya Koi hamse Ruth gya

Koi sath chod gya 
Koi hamse Ruth gya
N jane kis raah par
Unka sath chut gya
N jane kya hamse khata hui
Jo khafa vo hamse hui 
Maine jo pukara to
Vo muh ferkar chalti hui
Unko mere pyar ka 
Shayad ab tak andaj nahin
Pyar batne aya hu
Dil todana mera kaam nahin


Tere hain kitne roop o gori Tere hain kitne roop

Tere hain kitne roop o gori
Tere hain kitne roop 

Savan me barish ki bunde ho
Sard me tum sard mausam 
Rato ki shabnam ho 
Aasman ki chandani
Tum ho mere dil ki rani 
Tum ho mere dil ki rani

Tere hain kitne roop o gori........

Rato me chamakti juganu 
Rato ki tum ho raani
Subah ki pahli kiran ho
Subah ki ho pahli lali
Tumhin meri chanda Tumhin meri chandani
Tumhin meri chanda  Tumhin meri chandani

Tere hain kitne roop o gori........

Bagiya me fulo ki mahke ho
Titaliyon ki ho tum rangat
 Fulo ki tum ho rani 
Tum hi laila tum hi mira diwani
Jitne mausam utne tere roop o gori
Utne tere roop 

Tere hain kitne roop o gori........

Baheka hain mausam baheka hain man , Aise me kahin tum n Aajaa na

Baheka hain mausam baheka hain man ,
Aise me kahin tum n Aajaa na
Ham madahosh Ye raat madahosh  ,
Ye chand sitare bhi dekh tumko huve madahosh !

Ae mausam tum unko aise n bahekao ,
Bahekaakar unko you n paas bulao !
Abhi to ham sambhal chuke hain ,
Kahin hm tum fir se bahek n jaye !

Ye raat dhal rahin hain ye sans tham rahin hain ,
Ye bite huve har pal tumhen hain dhundhte hain !
Aaj kahe raha hun fir n ye kahunga ,
Kab talk main yun khud ko roke rahunga !

Mere diwane pan ki had n pucho

Mere diwane pan ki had n pucho ,
Mere dil ka raaj pucho !
Main marta hu kitna tumapar ,
Bas yahin tum sawal pucho !

Sb marte hain tere Roop par ,
Main kispar marta hu ye pucho !
Mere dil me basti hain tu kis jagah ,
Bas yahin tum sawal pucho !

Tere sundarta ka raaj hain
Tera khush rahena hamse pucho
Tera dil tera rooh hain kitna paak
Bas yahin tum sawal pucho !

Thodi nadan thodi jiddi ho , Thodi Alhad thodi kamsin ho !

Thodi nadan thodi jiddi ho ,
Thodi Alhad thodi kamsin ho !
Kya Teri tarif karu ,
Tum hi haya tum hi Ada ho !

Har tute dil ki Aas ho ,
Har be saharo ka sahara ho !
Us Andhiyare se jo ladti hain ,
Vo jalta huva Chirag ho !

Tum hi dharti Aasman ,
Tum hi khuda ho !
Tum hi meri kalam ,
Tum hi meri shaayari ho !

Monday 14 March 2016

Kadam kadam par hamne jinka sath diya , Aaj unhone hamara sath chod diya !

Kadam kadam par hamne jinka sath diya ,
Aaj  unhone hamara sath chod diya !
Kasm khai thi sat janmo tak sath nibhane ka ,
Yaha to subah hote hi Aashik badal diya !

Tumhe kaise batau hm tumhe kitna pyar karte hain ,
N jite hain N marte Hain !
In ankho ka sailab rukata nahin ,
n jane kyun Tumhe ab Hmara intzar raheta nahin !

Bich majhdhar me vo hame akela chod gai ,
Bas is dil se ek ajib sa nata jod gai !
Khud ko satane shokh hain unko ,
Shayd isaliye apna dil hai tod gai !

Socha unko bhi ham bhul jaye ,
Har rishta unse aaj tod jaye !
Par jab bhi raah me samne tera chehara Aaya ,
Bas yahin socha aaj to dekhlu kal fir bhul jaye !

Kal jo chalte the sath hamare , Aaj unko Hamari Yaad Tak nahin Aati !

Kal jo chalte the sath hamare ,
Aaj unko Hamari Yaad Tak nahin Aati !
Jal Rahe hain yaad me Unke ,
Fir hame Aaj maut kyon nhin Aati !

Jhuth ke is dal dal me ,
Sach ki raah najar nahin Aati !
Kal jo sath chalte the ,
Aaj vo kahi najar nahin Aati !

Vo jante hain hme pata hain vo bevfa hain ,
Fir bhi unnhe sharm nahin Aati !
Pyar ke is raah me ,
Ab koi manjil mujhe najar nahin Aati !

Koi ummid nahin Ab ,
Koi milne ke Aasar najar nahin Aati !
Ghor andhiyara hain ,
Koi manjil najar nahin Aati !

Kal jinhe Aati thi hampar hansi ,
Aaj unko Hampar Hansi kyo nahin Aati !
Soya nahin kai roj se main ,
Fir Hame Aaj Nind kyo nahi Aati !

Mana mukarr hain maut ka ek din ,
Fir jine ki raah najar kyon nahin Aati !
Thak gyaa hu is jivan se ,
Ab hame chir nidra kyo nhin Aati !

Sunday 13 March 2016

Aaj har insa kitna akela hain

Aaj har insa kitna akela hain........

Koi chuta koi rutha koi tnaha hain
Ye mausam bhi aaj be dhngaa hain
Kisi se kisi ko koi matlb nahin 
Jise dekho aaj vahin pareshan hain

Aaj har insa kitna akela hain........

Koi kisi ko chod gaya koi kisi ko tod gaya ,
Jisne bhi thame hanth vhin sath chod gya !
Pyar ka yaha koi mol nahin ,
Jo bhi aya vahin hme lut gya !

Aaj har insa kitna akela hain........

Insa ko insa se hi ab pyar nahin 
Paisa hin aaj sbka khuda nahin !
Kaise main kahun aaj sanam ,
Ke mere dil tum bin bekrar nahin !

Aaj har insa kitna akela hain........


Kal jo nikala teri gali se , Ab tak apni manjil dhundh ta hu !

Kal jo nikala teri gali se ,
Ab tak apni manjil dhundh ta hu !
Kisi ko kya mila is jaha me ,
Main to apni khud ki parchai dhundh ta hu !

Jis jis raah se tu chali ,
Har us raah me ab tere nisha dhundh ta hu !
Tu n mili galiyon ki khak mili ,
Fir bhi n jane kyon main tujhe dhundh ta hu !

Tune ne di to thi ek aavaj ,
Us avaj ki ab tak dishaye dhundh ta hu !
Tu to hain parchai meri ,
Fir n jane kyun main tujh dhundh ta hu !

Saturday 12 March 2016

Tumhin Subah ki laali ho , Tumhin Subah ki tajgi ho !

Tumhin Subah ki laali ho ,
Tumhin Subah ki tajgi ho !
Meri jindgi me ,
Tumhin roshni ki kiran ho !

Tumhin meri suraj ,
Tumhin meri chand !
Tumhin jamin meri ,
Tumhin meri Aasman !

Tumhin meri dil ki dhadkan ,
Tumhin meri pyar ki Murat !
Tumhin meri Aakhri Aur ,
Tumhin meri paheli jarurt !

Nind nahin ankho me Nind nahin ankho

Nind nahin ankho me
Nind nahin ankho me
Kuch to kar jatn
Nind nahin ankho me

Dil me ab karar nhin
Ankho ko chain nhin
Dil dhadk raha hain
Ye tera bhi dil kahe raha hain

Nind nahin ankho me........

Palke bhi ab juke nahin
Ye mausam kahe raha hain
Ye pyar ka tarana
Aaj Sara jamana ga rha hain 

Nind nahin ankho me........

Honthon pe muskan hain
Palko par ikrar hain
Tere mere pyar ka
Vo khuda hin gavaah hain

Nind nahin ankho me........

Ankho me khumar hain 
Ye mausam badgulman hain
Aise me Tum ajao
Man ye bekrar hain

Nind nahin ankho me........

Tu hain yahin kahin
 ye dil kahe raha hain
Pyar par nahin koi Simao ka bandhan
Dekh ye aaj Sara jamana kahe rha hain

Nind nahin ankho me........

Uf tera u dato tale ye ungaliyon ka dabana

Uf tera u dato tale ye ungaliyon ka dabana ,
Lagta hain jaise kisi tufa ka samnadr me ana !

Ye honthon ki lali ye aankhon ka kajra ,
Lagta hain jaise bin mausam ke barkha ka ana !

U julfo ka chehare par laherana ,
Dekh teri ye Ada Sara jamana huva diwana !

U julfo tale jhak kar tera dekhana ,
Lagta hain jaise Baadlo ke piche se chand ka jhakna !

Ye gore gore gaal ye tere lambe lambe baal ,
De jati hain jaise roti ankhon ko hansne ka bahana !

Friday 11 March 2016

Kya lekar aaye the Kya lekar jana hain

Kya lekar aaye the 
Kya lekar jana hain
Bas yahin mere nagme
Honthon pe gun gunana hain

Kya karloge tum
Maut ko to Aana hain
Chodo kale dhandhe sare
Ek din khuda ke dar bhi jana hain
Kya lekar aaye the........

Tu koi bhagvan nhin
Tu bhi ek insan hain
Janam liya hain is dharti par to
Dudh ka karj chukana hain
Kya lekar aaye the........

Chodo yun paise ka eb dikhana
Ek din yahin sb chod jana hain
Is duniya me aakr dil n joda
To Vyarth tera jina hain
Kya lekar aaye the........

Jo likha hain vo hokar rahega 
Fir kis baat pe ghabraya hain
Chodo yu chup chup kar rona
Hasi khusi ye jivan bitana hain
Kya lekar aaye the........

Writer :- ॐTiwari

Thursday 10 March 2016

Tere hasin chehare ki main kya tarif karu

Tere hasin chehare ki main kya tarif karu ,
Tum ho lajvab Teri kya main tarif karu !

Fulo ki rangat hain tujhse ,
Kaliyon ki pahechan hain tujhse ,
Tujhse hi hain khushanuma ye shamaa ,
Tujhse hi hain ye roshn jahan ,

Tere hasin chehare ki...........

Teri hi mahek hain in vadiyon me ,
Teri hi kasak hain in vadiyon me ,
Tujhse hi hain sangit sare ,
Tu hi hain mere jivan ki sur taal ,

Tere hasin chehare ki...........

Teri muskan se khilte hain ful ,
 Tere hi payal ki khnak se ,
Nikalte hain ye chand tare ,
Tujhse hai hain ye duniya hasin ,

Tere hasin chehare ki...........

Bin tere adhure mere git

Main raag hu tu meri Ragini ,
Main saaj hu tu meri sangit !
Bin tere adhure mere git ,
Bin tere adhure mere git !

Tum hi ho meri jindgani ,
Adhuri hain meri tum bin kahani !
Tu ban ja bol mere main ban jaun git ,
Mil jul ke denge ham nye sangit !
Mil jul ke denge ham nye sangit !

Bin tere adhure mere........

Kaise rahogi tum mujhse juda ,
Tu pahiya hain main teri gadi !
Tu nadiya hain main tera sagar ,
Hokar rahega ye apna sangm !
Hokar rahega ye apna sangam !

Bin tere adhure mere........

Tu bagiya ki ful hai ,
main bagiyn ka bhanvara !
Mere bin tum tum bin mera ,
Adhura ye apna prem Sara !
Adhura ye apna prem Sara

Bin tere adhure mere........

Wednesday 9 March 2016

Shayri har pal ki

Mere dosti ko tum bhi aaj ma lena ,
Mera tamasha dekhne tum bhi aajana !
Nhin main uf tk karunga yaro ,
Chahe to sine me goli chalkar dekh lena !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Tere Dar Se Aaj barbad Nikala ,
Teri Har Bato Ko Dil Me Basakar Nikala ,
Badl Dunga Main Ab Khud Ko Aap ke Khatir ,
Maine Tere Dar Se Ye kasm Khakr Nikala !

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N Jane Kaise Vo Hme Pahechan Leti Hain ,
N Jane Kya Dard Hain Vo Jo Chupa Leti Hain !
Main Socha Ke Dur Chla Jau Tumse ,
Pr N Jane Kise Fir Paas Bula Leti Hain Mujhko !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Teri Sadgi Par Mar Mite The ,
Teri Ankho Me Dub Chuke The !
Teri Vafao Ka Git Gate The ,
Sach Me Ham Tumko khuda Mana Karte The !

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Log kalm Se Likha Karte hai ,
Main Logo Kii Duaa Se Likha Karta hu !
Bas Yahin Frk Hai Mujhme Aur Logo Me ,
Main Khud Ko Nhin Tumko Likha Karta Hu !

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Sun o bevafa
Sun o harjai
Vo hain bevafa
Tu jisapar marti hain
Ye chehara ye jism
Vakht ke sath dhal jayega 
Jis paise pe tu Aethati hain
Vo bhi khatm ho jayega 
Bas Rahe jayega is duniya me 
ruh jisapar main main marta hu 
Tb tum mujhe bulana 
Tb tum mujhe bulana

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Khuda Kbhi Fir N ,
Teri Surat Dikhla ,
Is Janam Tune Choda ,
Agar Ho Koi Aur Janam To ,
Ham Tumhe Chodne ki ,
Duaa Manga Karte Hain !

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Hona Tha Yahin Anjam Mera ,
Ho Gaya Aashiyana Barbad Mera !
Sine Me Unke Dil Nhin ,
Shayad Tabhi Chali Hai Dil Todkar Mera !

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Din Me Hansti Hain ,
Rato Ko Roti Hain Aankhen !
Maine Kaise Batau Hale Dil Unko ,
Ke Tum Bin Hm Kaise Jite Hain !

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Main hu wahin tu hain jaha ,
Tu hain wahin mera dil hain jaha !
Aur koi Nhin Mera pata ,
Dhundh lo tum mujhko chahe jaha !

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Har Subah Ek Nya ,
Dard Uthta Hai ,
Fir Vahin aankhon Me ,
Yadon Ka Manjar Hota Hain ,
Maine Bevfai Kbhi Ki Nahin ,
Usne Vafa Kbhi Ki Nhin ,
Fir Bhi N Jane Q ,
Ye Dil Har Pal ,
Tere Liye Hi Bekrar ,
Raheta hain !

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Har roj unki bevafai ka koi N koi shikar hota hain , Khuda unko kabhi n maaf kar jinke dil me paap hota hain !

Har roj unki bevafai ka koi N koi shikar hota hain ,
Khuda unko kabhi n maaf kar jinke dil me paap hota hain !

Agr Bujh jaye Chirag to kaha ujiyare milte hain ,
Chut jaye jo hath fir kaha vo yar milte hain !

Mil jati hain duniya me paise se har chij yahan ,
Pr paise se kaha fir vo bichade yaar milte hain !

U dil N tod mera scch kaheta hu ab ki jo chala gya to ,
Fir ham jaise scche yaar kaha Milte Hain !

Aaj kaha kisme scche pyar ki jhalk dikhti hain !
Ab to har jagah hame usi bevafa ka saye milte hain

Dil ko chu lene wali Shayri

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Is Janam Na Sahi Us Janam ,
Fir Ham Pyar Kar Lenge ,
Ab To kabr Me Hi Sanam ,
Hm Tera Roj Didar Kar Lenge !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Ab N kabhi Najar Aayenge Tujhe ,
Bas Yado Se Hi Gujara kar lenge !
Tumko Mubark Tumahari Duniya ,
Hm To Khvabon Me Hi Tumhara Didar Kar Lenge !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Suna hain vo dhundh rahe ,
hame aaj har gali gali !
Jo kal Mere marne ki 
Duaa manga karte the !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Dil tha mera kanch ka ,
Aur vo patthar mar kar tod gai !
Sundar chehara aur paise ke piche ,
Shayad vo apni kismat piche chod gai !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Kya batau dastan sb bimar nikale ,
Jisse bhi ki dosti vo gaddar nikale !
Chote se tufan me bahe gaya Ashiya mera ,
Mere to sare dost aaj Tamashbin nikale !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Aaj pyar ki raah par barbad hain sare ,
Jise dekho vahin andar se kamjor hain sare !
Andar ki khubasurti koi dekhta hi nahin ,
Jise dekho vahin chehare pe barbad hain sare !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Manjil hain teri jha ,
Meri bhi manjil hain vahin !
Dhokha mat do kisi ko yaro ,
Milna hain sab ko upar vahin !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Jisko samjho apna yahan ,
vahi dhokhebaz hain !
Kis kis pe karu ab Etabaar ,
Yahan to apne hi jaal saaj hain !

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Paisa hi sabka bhagvan ,
Paisa hi sabka Taaran haar !
Paisa hi payar paisa hi dushman ,
Paisa hi aaj sabkaa palan haar !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Aaj pyar ke naam par ,
Hota nanga naach hain !
Yaha kisi ko kisi se pyar nahin ,
Yhaa sbhi jismo ke talbgaar hain !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Marti ladkiyan paiso par ,
Yaha kise kisse pyar hain ,
Hakikat to ye hain yaro ,
Yahan sbhi jism ke talb gaar hain

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Jindgi ek dhokha hain ,
Pyar ek Fareb !
Duniya ye jhuti sari ,
Jhute snsar ke log !

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Nyaa Nyaa pyar hain ,
Nyaa Nyaa ikarar hain ,
Dhoka mat dena mujhko ,
Milna hain vahi jaha ,
khuda ka darbaar hain !

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