यहाँ प्यार नहीं , धोखों का बाज़ार हैं !
इश्क़ के नाम पर , होता बस व्यापार हैं !!
विपक्ष में बैठे रहते हैं उनके दिल में कई और भी !
यहाँ बदलती रहती रोज़ उनकी सरकार हैं !!
मानो गे यहाँ किसको तुम ख़ुदा !
यहाँ एक नहीं , सब के कई यार हैं !!
पता ही नहीं चल पता कभी !
धोखे में हम हैं , या धोखे से प्यार हैं !!
करो जिसपर यहाँ भरोसा ,
उसी के हाथों होता , यहाँ दिल तार तार हैं !!