Monday 28 September 2015

सुनी हैं महफ़िल सारी सुना ये कारवाँ हैं

सुनी हैं महफ़िल सारी ,

सुना ये कारवाँ हैं !

पिने को अब बस ,

अँसुवो का शराब हैं !

गिरती हैं जब आँखों से ,

होती तभी बरसात हैं !

रात के इस उजालों में ,

यही शबनम यही शराब हैं !

सम्भाले रखना दोस्तों ,

यही मेरी पहेचान हैं !

मंजिल हैं आपका दिल ,

और पलको पे आशियाना हैं !

Wednesday 23 September 2015

तूने इस दुनिया में हमें कुछ न दिया

   तूने इस दुनिया में हमें कुछ न दिया ,

   फिर भी अपने हाल पर ख़ुश हू !

  भूखा हू इस दुनिया में बे सहारा हू ,

कुछ नहीं देने को मेरे पास तुझे गणेशा !

    हैं बस यहीं एक तन का कपड़ा ,

   लो उसे भी तुझे अर्पण करता हू !

Tuesday 22 September 2015

आज का सत्य

    आज भी धर्म के नाम पर कुछ गलत काम होते हैं

जो दुध आप शंकर भगवान के पिंडी के ऊपर चढ़ा आते हो

    वो दूध ब्यर्थ हो जाता हैं मतलब नाले में बहे जाता हैं

      तो आपको ये दुध चढ़ाकर क्या भगवान मिले...?

                             नही ना

अगर सच में शंकर भगवान को आप प्रशन्न करना चाहते हो तो

             जो बच्चे रोज भूख से मर रहे हैं

आप वही दुध उन भूखे बच्चे को व् गरीब को पिला दो तो
        
         आप का ये जीवन सफल हो जाएगा

आज का सत्य

  आज के समाज में चुगली करने वाले बहोत हैं

अपने स्वार्थ के लिए ए यहा की बाते वहा बताते हैं

इससे अच्छे भले इंसान का घर तबाह हो जाता हैं

   सो लोगों आप ऐसा कर्म न करे की आपकी

       वजह से किसी दूसरे को नुकसान हो

माँ की ममता

इस धरती पर जन्म मिला
तब माँ का गोद मिला
एक पावन रिश्ता
बड़ा ही अनमोल मिला
वो माँ का प्यार मिला
वो माँ का दुलार मिला
मेरी हर मार पर उनके
चेहरे पर मुस्कान मिला
नन्हा सा था मै पर
माँ का बड़ा ही दुलारा था
मेरे हर ग़लतियों पर
बस मेरी माँ ने मुझे सवारा था
कभी जो राह में डगमगाता
मेरी माँ को खड़ा साथ पाता
बन कर वो मेरी परछाईं
सदा ही उनको साथ पाता
कभी जो थक्कर मै
कही जो थोड़ा बैठ जाता
बन कर ठंडी छांव
उनके ही आँचल का साथ मिला
माँ के साये मे पल कर बड़ा हुवा
एक गोरी से मेरा ब्याह हुवा
उससे मुझको प्यार हुआ
पड़ कर उसके चक्कर में
न जाने कब माँ से मै दूर हुवा
माँ का प्यार तो वहीं हैं
बस अपना प्यार बदल गया
उम्र के इस पड़ाव पर
जब माँ को ज़रूरत थी मेरी
तब मैं उसको भूल गया
फँसकर एक गोरी के पीछे
सच में मैं अपने भगवान को भूल गया
पर फिर भी मैं माँ को सदा
अपने साथ पाता हू
वक़्त के साथ मैं अपना फ़र्ज़ भूल गया
पर माँ का प्यार आज भी वहीं हैं
मैं अब बहोत पछताता हू
उस माँ रूप देवी को
अब मैं सादा पूजता हू
उस खुदा को अब तक न देखा
पर सोच ता हू गर खुदा है इस धरती पर तो
यहीं अपने माँ बाप हैं
इसलिए कहेता हू
पत्थर को न पूज
पूजना ही है तो
अपने माँ बाप को पूज

आज का सत्य

माता पिता से बड़ा कोई भगवान नहीं

उनके चरणो से बड़ा कोई मंदिर नहीं

करना है गर चारों धाम का दर्शन तो

माता पिता से बढ़कर कोई धाम नहीं

Monday 21 September 2015

चुपके से दिल में उतर जाया करो

चुपके से दिल में उतर जाया करो ,
ना हमे तूम इतना तड़पाया करो !
हम तो यूँही पिघल जाएंगे ,
अपनी साँसों से हमे यूँ ना पिघलाया करो !

जब प्यास जगे आजाया करो ,
ना तुम तनिक शर्माया करो !
हम तो समुंदर हैं प्यार के ,
जी चाहे उतना प्यार लुटाया करो

यूँ बातो में ना उलझाया करो ,
जो दिल में आए कर जाया करो !
हम तो राही हैं प्यार के ,
यूँ बाहों में लेकर हमे तरसाया ना करो !


आज का सत्य

   अगर हम अपने फालतू खर्च कम कर दे

      पान गुटखा , मावा ,सिगरेट , दारू

         तो हम इन पैसोे से बहोत से

  गरीब व् किसान की जान बचा सकते हैं

तो कृपया करके आप पैसो का मोल समझे

     और उसे सही जगह इस्तमाल करे

          मौज तो पल का साथी हैं ,
   तेरे पूण्य कर्म जनम जनम के साथी हैं !

Sunday 20 September 2015

तुझसे दूर होकर भी कितने पास हैं

तुझसे दूर होकर भी कितने पास हैं ,

पल पल तेरी यादों में सदा साथ हैं !

कहने को लाख दूरिया तुझमे मुझमे ,

मेरे साए में एक तेरा साया सदा साथ हैं !

आज का सत्य

जो दान आज तुम गणेश भगवान के
   
        पंडालो में चढ़ा आते हो

वो दान की भगवान को जरूरत हैं...?
 
                    नही

   बल्की उन गरीब बच्चों को हैं

   जो रोज भूखे ही मर जाते हैं

तो उस पैसे से पंडालो को मत भरो

बल्की किसी भूखे बच्चे का पेट भरो


Friday 18 September 2015

     रहेना हैं दिल में तो पहेले काँटों पर चलना सीखो

      रहेना हैं दिल में तो ,
पहेले काँटों पर चलना सीखो !
       पाना हैं प्यार तो ,
पहेले दिल जोड़ना सीखो !

आज का सत्य

       महान बनना हैं तो आप

  अपनी गलतियों को छुपाएँ नही

बल्की अपनी गलतियों को मानकर

    उसे सुधारने की कोशिश करे

जिंदगी में कुछ पाना हैं तो पहेले कुछ खोना सीखो

जिंदगी में कुछ पाना हैं तो ,
पहेले कुछ खोना सीखो !
गर हँसना हैं तुझे तो ,
पहेले रोना सीखो !
चलना हैं राह अगर ,
तो पहेले गिरना सीखो !
रहेना हैं फूलों में तुझे तो ,
पहेले काँटों से लड़ना सीखो !
मिलती नही यूँही मंजिल यहा ,
पहेले बेपर्दा रहेना सीखो !

Wednesday 16 September 2015

आज का सत्य

जिंदगी में सफल होना हैं तो

     पत्थर को मत पूजो

    अपने माता पिता व्

    बड़े बुजुर्को को पूजो

Tuesday 15 September 2015

आज का सत्य

  भगवान को किसी ने देखा हैं....?
    
                  नही ना
  
            इसलिए कहेता हू

    मंदिर में माथा टेकने से अच्छा

अपने माता पिता के आगे माथा टेको

   आप जीवन में सफल हो जाओगे

Monday 14 September 2015

आज का सत्य

अगर इंसान अपना

अहंकार त्याग दे तो

उसे सफल होने से

कोई नही रोक सकता

आज का सत्य

भगवान को भोग चढ़ाने से

भगवान प्रसन्न नही होते

भगवान तब प्रसन्न होंगे

जब आप वही भोग किसी

भूखे जरूरत मंद को चढ़ाओ

आज का सत्य

एक व्यक्ति ने भगवान से पूछा :~
     
       तुझे मैं कैसे रिझाऊँ

       कोई ऐसी वस्तु नही

    जिसे मैं तुझ पर चढ़ाऊँ

    भगवान ने उत्तर दिया :~

संसार की हर वस्तु तुझे मैंने दी

     तेरे पास अपनी चीज

    सिर्फ तेरा अंहकार है

     जो मैंने नहीं दिया

उसी को तू मुझे अर्पण कर

तेरा जीवन सफल हो जाएगा

हाय ये विलायती फ़ैशन ये अर्द्ध नग्न कपड़े , अभी तो हिन्दी में हर संस्कार बाकि हैं !

इस जिंदगी की शाम अभी बाकि हैं ,
मैं मेरी कलम और ये हिन्दी बाकि हैं !

अपनी इस भाष पर गर्व कर लेता हू ,
क्यों की हिन्दी भाषा में जान अभी बाकि हैं !

हाय ये विलायती फ़ैशन ये अर्द्ध नग्न कपड़े ,
अभी तो हिन्दी में हर संस्कार बाकि हैं !

कर लो इंगलिश में चाहे जितना गिटपिट ,
अभी तो हिन्दी की हर साज़ बाकि हैं !

ए बी सी डी से जेड तक रहे जाओगे ,
हिन्दी की अभी पूरी मिसाल बाकि हैं !

Saturday 12 September 2015

है शोर कही से भूचाल आ रहा हैं

      है शोर कही से ,

    भूचाल आ रहा हैं !

    लेकर प्यार का रूप ,

   एक तूफान आ रहा हैं !

   जो हमे कल छोड़ गई ,

   किसी और के खातिर !

सुना हैं आज उनके आँखों से ,

बहता हुवा समुंदर आ रहा हैं !

  उसने वफ़ा कभी की नही ,

हमने बेवफ़ाई कभी की नही !

सुना हैं प्यार में सिमटा हुवा ,

   एक सैलाब आ रहा हैं !

सब ने रुलाया हमें तुम भी रुलाकर देख लो

सब ने रूलाया हमें ,

तुम भी रुलाकर देख लो !

सितम ये प्यार का ,

तुम भी आज़माकर देख लो !

Friday 11 September 2015

सितम वो हमपर कर बैठी

सितम वो हमपर कर बैठी ,

हमको हमी से चुराए बैठी !

उन्हें पता हैं बोलती आँखे ,

इसलिए वो आँखे चुराए बैठी !

आसमान से आई हैं सपने सुहाने लाई हैं

आसमान से आई है ,

सपने सुहाने लाई है ,

बनके ख़ुशियाँ मेरा ,

मेरे जीवन में आई है ,

प्यार की सौग़ात है ,

ख़ुशियों की बरसात है ,

बनकर प्यार मेरा ,

मेरे जिंदगानी में वो आई है ,

पानी सा रूप है उसका ,

कोमल सी काया है ,

जिस रूप में देखलो ,

उसी रूप में ढल जाती है ,

वही मेरा सबेरा हैं ,

वही मेरी रात हैं ,

मेरे इस तन मन में ,

मेरी धड़कन बन कर समाई है !

सितम ये प्यार का तुम भी आज़माकर देख लो

किसी का दिल तुम भी चुराकर देख लो ,
अपने चंद आँसुओं को तुम भी लुटाकर देख लो !

है कितना मज़ा ये दर्द तुम भी पालकर देख लो ,
इश्क़ का जाम ये थोड़ा तुम भी चढ़ाकर देख लो !

ख़्वाब का एक महेल तुम भी बनाकर देख लो ,
तारो कि बारात ये तुम भी सजाकर देख लो !

दो बोल प्यार के तुम भी बोलकर देख लो ,
प्यार की छांव में तुम भी सोकर देख लो !

किसी के प्यार में तुम भी तड़पकर देख लो ,
किसी के आँसुओं में तुम भी बहेकर देख लो !

प्यार का एक दिप तुम भी जलाकर देख लो ,
किसी के आँसुओं को तुम भी चुराकर देख लो !

प्यार का तीर ये तुम भी चलाकर देख लो ,
सितम ये प्यार का तुम भी आज़माकर देख लो !

न कागज़ चाहिए न क़लम चाहिए

न कागज़ चाहिए न क़लम चाहिए ,

एक शायर को पारखी नज़र चाहिए !

हम भी कुछ लिख जाएंगे ,

बस हमे आपकी दुआ चाहिए !

उनकी बेवफ़ाई पर हम यूँ मुस्कुराए

उनकी बेवफ़ाई पर हम यूँ मुस्कुराए ,

बिन बादल के घटा घिर आए !

फिर ऐसे बीती रात के ,

बिन मौसम आँखों से बरसात आए !

Tuesday 8 September 2015

कुछ ना ख्वाहिश करो पिया

कुछ ना ख्वाहिश करो पिया ,

इस दिन के उजालों में !

ये प्यार का सूरज ,

रातो को निकलता हैं !

Monday 7 September 2015

मोहे अब घर जाने दे

हो रही हैं देर पिया मोहे अब घर जाने दे ,
ढल रही ये शाम मोहे अब घर जाने दे !

हो गई रात मोहे अब घर जाने दे ,
जाग रहें अरमान मोहे अब घर जाने दे !

छोड़ो ये बाँहों का हार मोहे अब घर जाने दे ,
तड़प रही हुँ आज मोहे अब घर जाने दे !

तड़पाए ये रात मोहे अब घर जाने दे ,
बहेक रहे ये क़दम मोहे अब घर जाने दे !

हो न जाए कुछ मोहे अब घर जाने दे ,
बाली हैं उमर मोहे अब घर जाने दे !

माना माँगना बुरी बात हैं , चोरी करना उससे भी बुरी बात !

माना माँगना बुरी बात हैं ,

चोरी करना उससे भी बुरी बात !

पर तक़दीर के सहारे ये ,

ज़िंदगी कट नही सकती !

और मेहनत का फल ,

अब कही मिलता नही !

क्या करूँ कहा जाऊँ ,

सच्चाई की राह अब कही दिखती नहीं !

Sunday 6 September 2015

धुप में जमीन जल गई इन खेतों की नमी चली गई

धुप में जमीन जल गई ,

इन खेतों की नमी चली गई !

नदी नाले भी हैं कहा !

किसानों की तक़दीर रूठ गई !

नही कोई इनका सहारा ,

जो बचे थे वो घर दार बिक गए !

खून बेचकर जो फसल लगाई ,

बाढ़ में सारे वो अरमान बहे गए !

जाए भी ये कहा जाए ,

मंदिरों से अब भगवान चले गए !

Saturday 5 September 2015

बस इतनी सी हैं ख्वाहिश मुझे

बस इतनी सी हैं ख्वाहिश मुझे ,

जुबा पर हो राधे कृष्ण का नाम !

जब आँखे बंद करू तो ,

हो तेरा ही दिदार !

ये तन एक दिन मिट जाएगा ,

मिट जाएगा ये संसार !

बस रहेगा तो वही ,

मेरे कृष्ण लड्डू गोपाल !

तारण हार कहो या पालन हार ,

या कहो इन्हें नंद के लाल !

सभी रूप में मिल जाएंगे ,

सीता कहो या कहो श्री राम !

जपले बन्दे राधे कृष्ण का नाम

जपले बन्दे राधे कृष्ण का नाम ,

यही आएंगे तेरे काम !

इसी दर हैं उद्धार तेरा ,

यही छुपा खुशियों का राज !

ये शरीर तो नश्वर हैं ,

एक दिन इसे मिटना ही हैं !

बन कर धूल इन वादियों में तुझे  ,

कल हवा के झोखे से उड़ना ही हैं !

इसलिए कहेता हू कुछ पूण्य करले ,

लेकर प्रभु का नाम दिन रात जपले !

करके पूजा इनकी ,

अपने जीवन का उद्धार करले !

लबो पर राधे कृष्णा का नाम रहे

माँगो बस इतना ही के तुझे ,

दो पल की खुशियां मिले !

उन्हीं के चरणों में हैं उद्धार तेरा ,

बस लबो पर राधे कृष्णा का नाम रहे !

Friday 4 September 2015

पत्थर और इंसान

पत्थर को पूजते हो इंसा को लतीयाते हो ,
धर्म पुण्य के नाम पर क्या ख़ूब पाप फैलाते हो !

पत्थर को उठाकर ज़मी से भगवान बनाते हो ,
अपने ही माँ बाप को कितना रूलाते हो !

पत्थर को भेंट चढाकर दान वीर कहेलाते हो ,
रात के अँधियारे में बड़ा पाप फैलाते हो !

पत्थर को भोग लगाकर पकवान चढ़ाते हो ,
एक रोटी की ख़ातिर हमें कितना तरसाते हो !

खुदा करे कल तुम्हारा भी यही अंजाम हो ,
इसी रोटी के ख़ातिर कल तु भी निलाम हो !

Wednesday 2 September 2015

वो बेवफा हैं तो क्या हुआ यहा कौन वफादार है

वो बेवफा हैं तो क्या हुआ ,

यहा कौन वफादार है !

जो देखो वो आज ,

बना साहूकार हैं !

बिन पैसे शिक्षा नही ,

पैसा नही तो प्यार नही !

इस मतलबी दुनिया में ,

कोई भी रिश्ता सच्चा नही !

तेरी जान निकलते ही ,

ये श्मशान तुझे पहोचा देंगे !

दो आँसू बहाकर ,

ये लोग तुझे जला देंगे !

मिटाकर तेरी हस्ती को ,

ये तुझे भुला देंगे !

तेरी दौलत को लूटकर कर ,

ये मौज मनाएंगे !

चलो शिवः पूजा को श्रावण आया मेरे भोले शंकर का श्रावण आया

चलो शिवः पूजा को श्रावण आया ,
मेरे भोले शंकर का श्रावण आया !

सागर मंथन में विष पान किया ,
सृष्टि के रक्षा में विष पान किया ,
उस विष ने भोले को मूर्छित किया ,
मूर्छित से जगाने तब देवता आये ,

उठो मेरे भोले नाथ श्रावण आया ,
जागो मेरे भोले नाथ श्रावण आया ,

चलो शिवः पूजा को.... !

मेरे शिव को पीपल के निचे लिटाया ,
पीपल के छाए में ठंडी हवा दिलवाया ,
इसलिए श्रावण में पीपल को पूजा ,
चलो हम भी लगाकर पीपल शिव को मनाए ,

चलो पीपल पूजे श्रावण आया ,
मेरे शिव शंकर का श्रावण आया ,

चलो शिवः पूजा को.... !

मिलकर सब देवताओं ने जल से नहलाया ,
नहलाकर मेरे भोले को मूर्छित से जगाया ,
इसलिए सावन में कांवड़ पुण्यदायक माना ,
चले हम भी लेकर कांवड़ शिवः को मनाए ,

चलो लेकर कांवड़ श्रावण आया ,
भोले को जल चढ़ाओ श्रावण आया ,

चलो शिवः पूजा को.... !

श्रावण में पर्वती ने शिव को मनया ,
तभी श्रावण में पार्वती को भी पूजा ,
इसलिए श्रावण में सुहागिनों का व्रत आया ,
चलो हम भी आज माँ को पूजे ,

मेरी मइया का श्रावण आया ,
चलो हम भी पूजे माँ को श्रावण आया ,

चलो शिवः पूजा को.... !

मेरे शिव शंभू का श्रावण आया

चलो शिवः पूजा को श्रावण आया ,
मेरे भोले शंकर का श्रावण आया !

उठो मेरे भोले नाथ श्रावण आया ,
जागो मेरे भोले नाथ श्रावण आया !

चलो पीपल पूजे श्रावण आया ,
मेरे शिव शंकर का श्रावण आया !

चलो लेकर कांवड़ श्रावण आया ,
भोले को जल चढ़ाओ श्रावण आया !

मेरे शिव शंभू का श्रावण आया ,
चलो हम भी पूजे श्रावण आया !

Tuesday 1 September 2015

चलती हो यू लहेराकर बल बल बलखाती हो

चलती हो यू लहेराकर ,
बल बल बलखाती हो !
हम सब आशिक़ों पर ,
क्या खूब कहेर ढाती हो !

अपने हर एक चाल से ,
कितनों को मार गिराती हो !
अपने इन नयनों से ,
हम सब को क्यूँ तरसाती हो !

इस बार जो पलट कर तूने देखा ,
जाने कितनों को तूने लुटा !
उस मोड़ पर जो तू रुक गई ,
कितनो के धड़कन थम गई !

तेरी हर अदा पर दिल धड़कता हैं ,
तुझे पाने को ये दिल करता हैं !
दिन रात मुझे अब चैन नही ,
बस तेरा ही दिदार ये करता हैं !

हर जगह सूरत तेरी हर पल यादे तेरी ,
पल पल तड़पाती हैं मुझे बाते तेरी !
वो तेरा शरमाना वो तेरा मुस्कुराना ,
मुझको सताती हैं वो अंगड़ाई तेरी !

बहेनो को प्यार मिले जग में

        बहेनो को प्यार मिले जग में ,

     उनका भी कुछ सम्मान हो जग में !

           सब देखे उन्हें प्यार से ,

    नजरो में बहेनो के लिए प्यार हो !

पर ए खुदा उनको कभी न माफ़ करना ,

        जिनकी नजरो में पाप हो !

बहेनो की लाज सदा रहे

बहेनो की लाज सदा रहे ,

उनका जग में सम्मान रहे !

नजरों में सबके ,

बहेन बेटी का सम्मान रहे !

सब देंखे उन्हें प्यार से ,

कोई न उनसे नाराज रहे !

जहा भी जाए फूल खिलाए ,

काँटों भरा न उनका संसार रहे !

गम के बादल उनसे दूर रहे ,

सदा खुशियों भरा राह मिले !

नफरत की निगाह से दूर हो ,

सदा सुखी उनका संसार रहे !

उनकी दुवाओं में मेरा जिक्र होता हैं

उनकी दुवाओं में मेरा जिक्र होता हैं ,

खुदा के दर ये पयाम होता हैं !

सलामत रखना उसे सदा ,

जिसे देख मेरा सुबह शाम होता हैं !

नफरत भरी निगाह से हमे यू ना देखा करो

नफरत भरी निगाह से ,

हमे यू ना देखा करो !

हम तो यूँही मर जाएंगे ,

एक नजर भर देख लो !

प्यार एक नशा हैं प्यार एक अदा हैं

प्यार एक नशा हैं प्यार एक अदा हैं ,

प्यार से खेलो तो प्यार एक मजा हैं !

     प्यार उमंग हैं प्यार तरंग हैं ,

     प्यार ही जीने की वजह हैं !

हँसी तेरे गालो की बिन बोले सब बोल गई

हँसी तेरे गालो की ,

बिन बोले सब बोल गई !

राज छुपा था जो दिल में ,

सब राज खोल गई !

जो मन में बात थी ,

वो मुस्कान बोल गई !

दिल के अरमानों को ,

चुपके से बोल गई !

वो पल तेरे साथ का ,

मुझे दिवाना बना गई !

न जाने ये बंधन कैसा ,

दिल में तू समाती गई !

जब आए तुझे ख़याल मेरा आँसू यू ना बहा देना

जब आए तुझे ख़याल मेरा ,

आँसू यू ना बहा देना !

तुझमें हैं परछाई मेरी ,

आईने में देख थोड़ा मुस्कुरा देना !

तेरी हर बेवफाई को हम फिर भुला देंगे ,

बस थोड़ा सा तुम शर्मा देना !

भुला देंगे फिर गीले शिकवे ,

बस जरा अपनी पलकें तुम झुका लेना !