Saturday 5 September 2015

बस इतनी सी हैं ख्वाहिश मुझे

बस इतनी सी हैं ख्वाहिश मुझे ,

जुबा पर हो राधे कृष्ण का नाम !

जब आँखे बंद करू तो ,

हो तेरा ही दिदार !

ये तन एक दिन मिट जाएगा ,

मिट जाएगा ये संसार !

बस रहेगा तो वही ,

मेरे कृष्ण लड्डू गोपाल !

तारण हार कहो या पालन हार ,

या कहो इन्हें नंद के लाल !

सभी रूप में मिल जाएंगे ,

सीता कहो या कहो श्री राम !

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