Monday 7 September 2015

मोहे अब घर जाने दे

हो रही हैं देर पिया मोहे अब घर जाने दे ,
ढल रही ये शाम मोहे अब घर जाने दे !

हो गई रात मोहे अब घर जाने दे ,
जाग रहें अरमान मोहे अब घर जाने दे !

छोड़ो ये बाँहों का हार मोहे अब घर जाने दे ,
तड़प रही हुँ आज मोहे अब घर जाने दे !

तड़पाए ये रात मोहे अब घर जाने दे ,
बहेक रहे ये क़दम मोहे अब घर जाने दे !

हो न जाए कुछ मोहे अब घर जाने दे ,
बाली हैं उमर मोहे अब घर जाने दे !

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