Sunday 20 May 2018

फेसबुक पर ये लड़कियां , बड़ा कमाल करती हैं ।

पहले प्यार करती हैं , फिर ब्लॉक करती हैं ।
फेसबुक पर ये लड़कियां, बड़ा ही बवाल करती हैं ।।

प्यार का देकर झाँसा , पहले इकरार करती हैं ।
फिर ये धीरे धीरे दिल अपना , किसी और के नाम करती हैं ।।

छूप छूप कर इनबॉक्स में , किसी और से बात करती हैं ।
पूछो कौन हैं तो , साफ इंकार करती हैं ।।

सच्ची मोहब्बत समझकर फेसबुक पर न प्यार करना ।
"दोस्तों" ये लड़कियां तो सिर्फ हमसे टाइमपास करती हैं ।।

खेल कर दिल से , ये टाटा बाय बाय करती हैं ।
फेसबुक पर ये लड़कियां , बड़ा कमाल करती हैं ।।

कर के बात शायरियों से । मैं उसे गुन गुनाता हूँ ।।

दोस्तों एक राज , तुम्हे बतलाता हूँ। 
प्यार से मैं , नौटंकी लाल कहलाता हूँ ।।

बड़े प्यार से रक्खा हैं ये नाम उसने।
जिससे हाले दिल कहने में शरमाता हूँ ।।

सोच कर उसे मैं ख्वाबों में।
मैं उसके यादों को बुलाता हूँ ।।

फिर बिठाकर मैं पास उसे ।
बड़े ही प्यार से सहलाता हूँ ।।

लिखकर कई ग़ज़ल नाम उसके ।
मैं खुद से दिल बहलाता हूँ ।।

कर के बात शायरियों से ।
मैं उसे गुन गुनाता हूँ ।।

जो मोहब्बत में , "बेदर्दी" से दिल तोड़ जाते हैं । मन ये पागल , उन्ही के रंगों में रंग जाते हैं ।।

जो मोहब्बत में , "बेदर्दी" से दिल तोड़ जाते हैं ।
मन ये पागल , उन्ही के रंगों में रंग जाते हैं ।।

जो मोहब्बत में , "बेदर्दी" से दिल तोड़ जाते हैं । मन ये पागल , उन्ही के रंगों में रंग जाते हैं ।।

जो मोहब्बत में , "बेदर्दी" से दिल तोड़ जाते हैं ।
मन ये पागल , उन्ही के रंगों में रंग जाते हैं ।।

बेदर्दी हैं वो पर बेवफा नहीं । मुझे पता हैं वो मुझसे खफा नहीं ।। चंद रोज़ की दूरी जुदाई नहीं । मुझे पता हैं वो हरजाई नहीं ।।

बेदर्दी हैं वो पर बेवफा नहीं ।
मुझे पता हैं वो मुझसे खफा नहीं ।।
चंद रोज़ की दूरी जुदाई नहीं ।
मुझे पता हैं वो हरजाई नहीं ।।

आपकी सुंदर जोड़ी पर , चाँद सितारे भी जलने लगे ।

आपकी सुंदर जोड़ी पर ,
चाँद सितारे भी जलने लगे ।
बिन रौशनी के भी ,
उम्मीदों के दिये जलने लगे ।।

देख ये जोड़ी कुदरत के ,
आँखों मे ख्वाब पलने लगे ।
बिन बादल के मन मे उसके ,
जैसे बरसात होने लगे ।।

आपके सालगिराह पर ,
देता हूँ आप दोनों को बधाई ।
फले फुले खुशियों से भरा रहे ,
जीवन आपका करता हैं यहीं दुआ ये भाई ।।

मोहब्बत ने न जाने क्या से क्या बना दिया । किसी को शायर , कसी को पागल , कसी को काफिर बना दिया ।

मोहब्बत ने न जाने क्या से क्या बना दिया ।
किसी को शायर , कसी को पागल , कसी को काफिर बना दिया ।

तूने भले अपनी मंज़िल बदल ली । पर मेरी तो अब भी मंज़िल तुम हो ।। मोहब्बत की हैं कोई जिस्म फरोशी नहीं । मेरी पहली पसंद अब भी तुम हो ।।

तूने भले अपनी मंज़िल बदल ली ।
पर मेरी तो अब भी मंज़िल तुम हो ।।
मोहब्बत की हैं कोई जिस्म फरोशी नहीं ।
मेरी पहली पसंद अब भी तुम हो ।।

जिस्म की भूख होती तो बाजार चले जाते । तेरे प्यार की भूख हैं तेरे दर से कहाँ जाते ।।

जिस्म की भूख होती तो बाजार चले जाते ।
तेरे प्यार की भूख हैं तेरे दर से कहाँ जाते ।।

Saturday 19 May 2018

Itna Bhi Na Tadpa Ae Ishq Ke Maine Marne Par Mazbur Ho Jau

Itna Bhi Na Tadpa Ae Ishq
Ke Maine Marne Par Mazbur Ho Jau

Uski Chahat Mein Main Duniya Chod du Jo woh ha Kahe To Duniya ki sari Rasme Tod Du

Uski Chahat Mein Main Duniya Chod du
Jo woh ha Kahe To Duniya ki sari Rasme Tod Du

Shadi Shuda Ho Kar Bhi main usse Pyar Karta Hoon Yeh Gunah Main Har Baar Karta Hoon

Shadi Shuda Ho Kar Bhi main usse Pyar Karta Hoon
Yeh Gunah Main Har Baar Karta Hoon
Woh Kahe Toh Chod DU Mein Yeh Duniya
Kuch Is Tarah Se Main usse Pyar Karta Hoon

Aao chalo Sapno Ki Duniya Mein Palkon Par Hum Chand sajate Hain T

Aao chalo Sapno Ki Duniya Mein
Palkon Par Hum Chand sajate Hain
Tum Zara Muskurana
Hum Labo par Shabnam girate Hain

Le Kar Haathon Mein Haath
Chalo Ek Khwab Sa Jate Hai
Aankhon Mein Aankhen daal
Hum Pyar Jagat Hain

Chum kar Tere Labo Ko
Ham Rag Rag Me Aag Lagate Hai
Mausam Bhi hai Java
Chalo Ek Duje Mein Kho Jate Hain

बैठ ता था जिस प्यार की डाली पर । उस डाली ने आज इनकार कर दिया ।।

बैठ ता था जिस प्यार की डाली पर ।
उस डाली ने आज इनकार कर दिया ।।
लगा कर खुद का रोग ।
आज उसने मुझे तबाह कर दिया ।।

न गीला कर चाहतो पर । बेवफाई तो अब सारे आम होता हैं ।।

न गीला कर चाहतो पर ।
बेवफाई तो अब सारे आम होता हैं ।।
लूट कर चैन करार ।
उनको बड़ा आराम होता हैं ।।

अजानों में गूँजे , भजन राम का मंदिर में गूँजे , नाम अल्लाह

अजानों में गूँजे , भजन राम का
मंदिर में गूँजे , नाम अल्लाह

सबके लबों पर हो नाम वाहेगुरु का
हर दिलों में बसे हो जीजस

आँख बंद करे तो दिखे तिरुपति 
आँख खोले तो मरियम

हर दिल मे , हो प्यार की मूरत 
न हो किसी से , किसी का बैर

मिटे फासला , ये जात पात का 
हो इस दुनिया मे बस हम ही हम

कल रात बहोत देर तक ,  नींद टहल रही है मेरे आँगन में....

कल रात बहोत देर तक , 
नींद टहल रही है मेरे आँगन में....
वो तेरा मुस्कुराना ,
रूठ जाना आ रहा था जहन में....
हकीकत में नहीं तो ,
ख्वाबो को ही पनाह दे दें.........
आ मेरी जान आ ,
अब तो इस राही को मंज़िल देदे....

वो मुझसे दूर हैं , पर वो बेवफा नहीं । हैँ वो ख़फ़ा ख़फ़ा , पर वो हमसे जुदा नहीं ।।

वो मुझसे दूर हैं , पर वो बेवफा नहीं ।
हैँ वो ख़फ़ा ख़फ़ा , पर वो हमसे जुदा नहीं ।।
मेरी चाहत ही एक तरफा हैं ।
शायद इसलिए वो , मुझसे करती वफ़ा नहीं ।।

मैं कलम वो शब्द थी

मैं कलम वो शब्द थी
मैं तब था जब वो संग थी

अब काहे की शायरी
अब काहे का प्यार

अब कौन से नग़मे
अब काहे का साज

छुटा उसका साथ
टूटा तेरा यार