Sunday 20 May 2018

कर के बात शायरियों से । मैं उसे गुन गुनाता हूँ ।।

दोस्तों एक राज , तुम्हे बतलाता हूँ। 
प्यार से मैं , नौटंकी लाल कहलाता हूँ ।।

बड़े प्यार से रक्खा हैं ये नाम उसने।
जिससे हाले दिल कहने में शरमाता हूँ ।।

सोच कर उसे मैं ख्वाबों में।
मैं उसके यादों को बुलाता हूँ ।।

फिर बिठाकर मैं पास उसे ।
बड़े ही प्यार से सहलाता हूँ ।।

लिखकर कई ग़ज़ल नाम उसके ।
मैं खुद से दिल बहलाता हूँ ।।

कर के बात शायरियों से ।
मैं उसे गुन गुनाता हूँ ।।

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