Friday 1 April 2016

ये ब्रिज गिरने का क़िस्सा तीन साल पुराना हैं , ये कोई नई बात नहीं ये तो वहीं खेल पुराना हैं !

ये ब्रिज गिरने का क़िस्सा तीन साल पुराना हैं ,
ये कोई नई बात नहीं ये तो वहीं खेल पुराना हैं !
तीन साल पहले गिरा था उल्टाडांगा में ,
अभी गिरा उसी का हिस्सा गणेश टाक़ीस क्रॉसिंग में !

ये मौत का नंघा नाच और कब तक चलेगा ,
यूँही बे मौत इंसान और कब तक मरेगा !
शायद लोगों इसमें अपना भी क़सूर हैं ,
ये तो उसी घूसख़ोरी का सबूत हैं !

चंद पैसों के ख़ातिर तुम ये कांड कर रहे ,
इस धरती पर मानवता को तुम शर्मसार कर रहे हैं !
मिलावटी ब्रिज बनाकर तुमने अच्छा काम किया हैं ,
इंसानियत को आज तुमने हैवानियत का नाम दिया हैं !

मिलावट का ज़माना मिलावटी दुनिया के सारे लोग ,
चंद पैसों के ख़ातिर मिलावट करते ये सारे लोग !
क्या क़सूर था उनका जो ब्रिज के नीचे दबकर मर गए ,
हे भगवान उनको स्वर्ग में भेजना जो आज बे मौत मर गए !

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