Thursday 24 March 2016

एक निगाह भर कर जो देखले , तो मुर्दों में भी जान आजाए !

एक निगाह भर कर जो देखले ,
तो मुर्दों में भी जान आजाए !
इस आँखो के काजल में ,
सारा जहाँ मिल जाए !
ये गोरा बदन ये गोरा चेहरा ,
ये तिर्ची निगाहे ये मीठी मुस्कान !
ये चेहरे पर ज़ुल्फ़ों का आना ,
उसपर तेरा यु मंद मंद मुस्कान !
हाय तेरा हाँथों से टेडीबीयर पकड़ना ,
वो प्यार से तेरा मुझे धत्त बुलाना ,
और मैं क्या कहूँ तेरी तारिफ़ में अनायडा ,
ये तिवारी तो हो गया तेरा दीवाना !

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