नारी तू कमज़ोर नहीं
नारी तू ही शक्ति हैं
तू ही दुर्गा तू ही काली
तू ही शिव की भक्ति हैं
तू ही होंठो की मुस्कान
तू ही माथे की शान
तू ही गंगा , तू ही गोदावरी
तू ही सब का अभिमान हैं
तुझसे ही घर रोशन
तुझसे ही घर की शान हैं
तू ही ममता तू ही संहार
तू ही जग की पालन हार हैं
तुझसे ही हैं जीवन
तुझसे ही ये संसार हैं
तू ही माता तू ही जीवन दाता
तू ही शिव की ॐकार हैं
तू ही प्रलय तू ही वंदन
तू ही समय ही धार हैं
तू ही आज तू ही भुलकाल
हे नारी तू तो महान हैं
नारी तू ही शक्ति हैं
तू ही दुर्गा तू ही काली
तू ही शिव की भक्ति हैं
तू ही होंठो की मुस्कान
तू ही माथे की शान
तू ही गंगा , तू ही गोदावरी
तू ही सब का अभिमान हैं
तुझसे ही घर रोशन
तुझसे ही घर की शान हैं
तू ही ममता तू ही संहार
तू ही जग की पालन हार हैं
तुझसे ही हैं जीवन
तुझसे ही ये संसार हैं
तू ही माता तू ही जीवन दाता
तू ही शिव की ॐकार हैं
तू ही प्रलय तू ही वंदन
तू ही समय ही धार हैं
तू ही आज तू ही भुलकाल
हे नारी तू तो महान हैं
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