जिस्से रिश्ता नही कोई , उसे भी बहन कहे दो ! उसकी रक्षा का तुम , बस आज प्रण करलो ! तुमसे मांगे मद्त उस्से पहले , खुद उसकी आवशक्तता पूछ लो ! पवित्र रिश्ते को कोई नाम न दो , हर दिन को रक्षा बन्धन मानलो !
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