दिल मे उठा हैं दर्द तो भी मुस्कुराते चलिए हर हाल में गीत गुन गुनाते चलिए
चार पल का हैं डेरा यहाँ हर पल में मौज मनाते चलिए
तेरा मेरा का बैर छोड़ सबको साथ मिलाते चलिए
कोई न हो पाए जुदा किसी से कुछ इस तरह माहौल बनाते चलिए
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