कई
दिल में बसे , कई दिल तोड़ गए !
हाथों में हाथ मिलाकर , कई हाथ मरोड़ गए !!
कई साथ आए , और कई साथ छोड़ गए !
कई चले संग संग , कई रुख़ मोड़ गए !!
टूटा दिल बरसी आँखे हँसी राहे !
न जाने फिर भी कैसे , दिल से दिल जोड़ गए !!
असलियत के रिश्तों का , ये फ़ेस्बुक के रिश्तों ने !
भरा घमंड का घड़ा , ये पल भर में फोड़ गए !
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