Thursday 17 March 2022

कई दिल में बसे , कई दिल तोड़ गए ! हाथों में हाथ मिलाकर , कई हाथ मरोड़ गए !!

कई


दिल में बसे , कई दिल तोड़ गए !

हाथों में हाथ मिलाकर , कई हाथ मरोड़ गए !! 


कई साथ आए , और कई साथ छोड़ गए !

कई चले संग संग , कई रुख़ मोड़ गए !! 


टूटा दिल बरसी आँखे  हँसी राहे !

न जाने फिर भी कैसे , दिल से दिल जोड़ गए !! 


असलियत के रिश्तों का , ये फ़ेस्बुक के रिश्तों ने !

भरा घमंड का घड़ा , ये पल भर में फोड़ गए !

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