दोस्तों को दुआ सलाम
प्यार से बोलकर ख़रीद लो
अकड़कर बोलने वाले का यहाँ क्या काम
अपनी क़लम अपना कलाम
सोचा न कभी अंजाम
जो करना हैं कर लिया
क्या पता कल हाथ न आए जीवन का जाम
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