Friday 1 April 2022

छोड़ आए वो मोहब्बत की गलिया. वो मुस्कान वो कलियाँ ! अब कोई न दिखाएँ हमें रास्ता , अब भा गई हमें अंधेर गलिया !!


छोड़ आए वो मोहब्बत की गलिया.

वो मुस्कान वो कलियाँ !

अब कोई न दिखाएँ हमें रास्ता ,

अब भा गई हमें अंधेर गलिया !! 

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