Friday, 15 April 2016

ये दुनिया हसीन लगने लगी , जब से मईया के शरणो में रहने लगा !

ये दुनिया हसीन लगने लगी ,
जब से मईया के शरणो में रहने लगा !
मईया की धुन बजने लगी ,
जब से मईया के शरणो में रहेना लगा !

ग़म सारे अब दूर होने लगे ,
जब से मईया के भजन हम गाने लगे !
ख़ुशियों की बारिश होने लगी ,
जब से नवरात्र में मईया की पूजा होने लगी !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

मईया के शरणो में आकर यू लगने लगा ,
मुझे मेरी माँ का प्यार मिलने लगा !
नहीं ज़िंदगी में कमी अब कोई ,
मईया की धुन जब से गाने लगा !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

मईया की ज्योत जब जलने लगेगी ,
हर टूटे दिल तब जुड़ने लगेंगे  ,
न जन्मो जनम फिर भटकना पड़ेगा ,
बस मईया के दर तुमको आज आना पड़ेगा !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

हर दुश्मनी दोस्ती में बदलने लगी ,
जब से मईया के दर आने लगे !
हर मन्नते पूरी होने लगी ,
जब से इस दिल में मईया बसने लगी !

ये दुनिया हसीन लगने लगी..........

Writer :- ॐTiwari

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