हमसे बिछड़कर तुझे चैन तो आया होगा ।
होंठो पर तेरे अब मुस्कान तो आया होगा ।।
सोती होगी चैन से रातों को ।
सुबह मस्ती का बादल तो छाता होगा ।।
उड़ती होगी अब तू खुले आसमान में ।
खुशियों का चरम सीमा तो पाया होगा ।।
तोड़ कर मेरा दिल सनम ।
तेरे पलकों से शबनम तो बरस आया होगा ।।
तरसता होगा दिल तेरा ।
जख्म फिर उभर तो आया होगा ।।
जब जब छुवा होगा उसने तुम्हे ।
होंठो पर नाम मेरा आया तो होगा ।।
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