न जा मुझसे यू रूठकर ,
न जा यूँ दिल तोड़कर ।
कहेता हूँ आज भरी महफ़िल में ,
चाहा हैं तुम्हे ही टूटकर ।।
रहना पास दिल से दिल जोड़कर ,
यूँ जाना ना मुह मोड़कर ।
माना हैं तुम्हे ही रब ,
जाना ना यूँ मुझे छोड़कर ।।
रह जाओ ना तुम मेरी होकर ,
खाये हैं हमने भी बहोत ठोकर ।
चाहूंगा न अब किसी और को ,
एक दिन पाऊंगा तुझे अपना सब कुछ खोकर ।।
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