ॐTiwari
Monday, 18 June 2018
वही सिसकती रात होगी , वही जलता बदन होगा । तड़पेगी हर करवटों में , जब जब उसके लबों पर मेरा नाम होगा ।।
वही सिसकती रात होगी ,
वही जलता बदन होगा ।
तड़पेगी हर करवटों में ,
जब जब उसके लबों पर मेरा नाम होगा ।।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment