तेरे इंतज़ार में निगाहे बिछाए बैठे हैं !
कैसे कहूँ के तेरी राह में , अपना दिल लुटाए बैठे हैं !!
होंठ सिलाए बैठे हैं , नैन मिलाए बैठे हैं !!
तुझी से करके नफ़रत , तुझी से प्यार जताए बैठे हैं !!
दिल में मिलन की एक प्यास जगाए बैठे हैं !
करके तुमसे मोहब्बत , तुम्हीं से छुपाए बैठे हैं !!
एक घर प्यार का हम सजाए बैठे हैं !
तुझि से होकर दूर , तुझि को हम जान बनाए बैठे हैं !!
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