बस इतनी सी हैं ख्वाहिश मुझे ,
जुबा पर हो राधे कृष्ण का नाम !
जब आँखे बंद करू तो ,
हो तेरा ही दिदार !
ये तन एक दिन मिट जाएगा ,
मिट जाएगा ये संसार !
बस रहेगा तो वही ,
मेरे कृष्ण लड्डू गोपाल !
तारण हार कहो या पालन हार ,
या कहो इन्हें नंद के लाल !
सभी रूप में मिल जाएंगे ,
सीता कहो या कहो श्री राम !
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