सुबह की बेला हैं , बादल में रंग सुनेहरा हैं ! इस कड़ी धुप में भी साथ , एक जुल्फों का साया हैं ! जो कभी पराई थी , आज वही अपनी हैं ! हो नही पता जीवन में अँधेरा , उसीसे मेरा जहाँ उजियारा हैं !
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