औरों की कमियो को ना देख , उनकी अच्छाईयों को देख , पाचो उंगलिया होती नही एक बराबर , पहले खुद की कमिया देख , उठी जो एक ऊँगली उसकी तरफ , तो तिन उंगलिया हैं तेरे तरफ , इसलिए कहेता हू मैं खूब सोचले , आज तेरा दिन हैं तो कल उसका !
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