फक्र से प्यार की राह पे चले थे जो ,
उस राह से बर्बाद आ रहा है कोई !
है शोर दिल में आज के तूफान आ रहा है कोई ,
आँखों से बहनें फिर नया सैलाब आ रहा है कोई !
आँखों ही आँखों में यु उलझा हैं कोई ,
के उन आँखों से बर्बाद आ रहा है कोई !
अपना बनकर यू लूटा हैं किसीने ,
के उस दर से बर्बाद आ रहा है कोई !
बड़ी बेरुखी से उनके दर से निकले ,
उस दर से एक तूफान आ रहा है कोई !
प्यार की दरिया में डूब गये सारे ,
उस दरिया से बे जान आ रहा है कोई !
आज प्यार ने क्या क्या सूरत बदली है ,
उस सूरत में भूचाल आ रहा है कोई !
सुना है प्यार तो खुदा का रूप है ,
उस खुदा के दर से नाराज आ रहा है कोई !
No comments:
Post a Comment