कबहुँ न कबहुँ तोहके हमसे प्यार होइ जाईं ,
आज नाहीं त काल तोहार दिल गुलज़ार होइ जाईं !
एक पल में सात जनम क प्यार दई जाईं ,
इ पूरी जिंदगानी तोहरे नाम कई जाईं !
कबहुँ न कबहुँ ईकरार होइ जाईं ,
एक नाहीं हर जनम मुलाक़ात होइ जाईं !
तोहरे ना में भी हाँ होइ जाईं ,
बिन बादल के आज बरसात होइ जाईं !
एक नाहीं सौ बार होइ जाईं ,
हमपे तोहार दिल बाग़ बाग़ होइ जाईं !
एतना न तन के चल ओ रानी ,
नाहीं त तोहरे खेतवा में मार होइ जाईं !
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