बहोत ख़फ़ा हू ऐ ज़िंदगी तुझसे , ऊनकी राहें कही जूदा है हमसे ! बेवफ़ाई तो चलन है इस जहाँ का , इसलिए कोई गिला नहीं तुझसे !
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