सफर हैं दूर मगर , एक ऐब से चलकर आया हूँ ! प्यार से मेरा कोई न वास्ता , एक आवारा राही हूँ ! आवारगी हैं काम मेरा , बस दिल तोड़ने मैं आया हूँ ! न कोई हैं अपना यहाँ , सब ठुकराकर आया हूँ ! बस मंजिल हैं मौत मेरी , उसे ही ढूंढने आया हूँ !
No comments:
Post a Comment