आन पड़ी इस देश को , फिर जरूरत तेरी , उठ खड़ा हो जा , फिर तान के सीना , जो छुपे हैं इस देश में , बनकर अपने भेड़िये , उनके चेहरे से अब , नकाब हटाना होगा , इस देश के गद्दारो को , इस देश से निकालना होगा , आज हमे फिर इस , इस देश को बचाना होगा !
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