Saturday 15 August 2015

कोई गीत नया

जाने वाले आजा फिर ,
सुना मुझे कोई गीत नया !
दिल फिर ये सम्भल जाए ,
सुना ऐसा कोई गीत नया !

ए दिल सुन जरा ,
फिर छेड़ कोई नया ताल जरा !
जिस ताल पे हो जाए मदहोश ,
सुना ऐसा कोई गीत नया !

ए दर्द ठहर जरा ,
उनका फिर नया पैगाम आया !
जिनसे थे आबाद कभी ,
उसी पे लिख कोई गीत नया !

न कोई आँखों में अब नूर है ,
दिल ये आज बहोत कमजोर है !
जिसने किया बर्बाद मुझे ,
उसी पे लिख कोई गीत नया !

न कोई अब मेरी मंजिल है ,
न कोई है मेरा हमनवां !
बुझ ने वाला है चराग ,
सुना आखरी कोई गीत नया !

जिसने मुझे बर्बाद किया ,
उसे सदा आबाद रक्ख !
है आखरी सलाम अब ,
सुना आखरी कोई गीत नया !

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