आकाश में रातो को तारे जब टिम टिमा ते है ,
सनम मुझे तुम बहोत याद आती हो !
जब छाता हैं यादो का बादल ,
सनम मुझे तुम बहोत याद आती हो !
देखता हु जब चाँद खिड़कियों से ,
सनम मुझे तुम बहोत याद आती हो !
जब ठंडी सी लहर तन को छु जाती हैं ,
सनम मुझे तुम बहोत याद आती हो !
इतनी सी गलती पर न इतना नाराज हो ,
सनम मुझे तुम बहोत याद आती हो !
मैं तेरा कसूरवार हूँ अपने गलतियों पे छ्माप्रार्थ हूँ ,
सनम मुझे तुम बहोत याद आती हो !
बनके रौनक फिर लौट आ जिंदगानी में ,
सनम मुझे तुम बहोत याद आती हो !
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