कुछ एेसा लिख जाऊँ ,
सारे जहाँ में मैं छा जाऊँ !
इन कवियों में हो नाम अपना ,
जब मैं ये जहाँ छोड़ जाऊँ !
माँ बाप का नाम ऊँचा कर जाऊँ ,
प्यार की बरसात सब पर बरसाऊँ !
एक ग़ज़ल हो माँ के नाम ,
जब मैं ये जहाँ छोड़ जाऊँ !
राम नाम मैं जपते जाऊँ ,
उन्ही के चरणों में मैं शीश झुकाऊँ !
हो जुबा पर राम का नाम ,
जब मैं ये जहाँ छोड़ जाऊँ !
No comments:
Post a Comment