Wednesday 5 August 2015

चालीसवाँ साल हैं हुस्न बेमिसाल हैं

चालीसवाँ साल हैं ,
हुस्न बेमिसाल हैं !
इसके क्या कहने ,
कुड़ी ये कमाल हैं !
हिरनी सी चाल हैं ,
मोरनी सी ढाल हैं !
चालीसवें साल में ,
लगती पूरी बॉम हैं !
कमल सी कोमल हैं ,
गुलाब सी काया !
चमेली सी महेक उसकी ,
नशीला शबाब उसका !
जितनी ये हसीन हैं ,
उतनी ही नमकीन हैं !
चालीसवें उम्र में लगा ,
लगा सोलहवा साल हैं !

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