Saturday 7 December 2019

सच्चाई हैं रूह , बाकी सब ब्यर्थ बाजार

शक्ल सूरत पर मरने वालों
सुंदरता पर जज करने वालों
पैसे पर सब को तोलने वालो
हैसियत देखकर मरने वालों
आज हैं जो वो कल नहीं रहेगा
रूप रंग सब ढल जाएगा
नहीं रहेगा सदा अंधेरा
नहीं रहेगा ये सदा उजाला
रह जायेगी यारी दोस्ती
रह जायेगा कर्म तुम्हारा
मिट जायेगा ये शरीर
रह जायेगा ये रूह तुम्हारा
रूह की "यारी" यारी हैं
रूह का "प्यार" प्यार
सच्चाई हैं रूह
बाकी सब ब्यर्थ बाजार

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