Saturday 7 July 2018

हैं वो ख़याल तो उसे ख़याल ही रहने दो इश्क के बीमार को बीमार ही रहने दो

हैं वो ख़याल तो उसे ख़याल ही रहने दो
इश्क के बीमार को बीमार ही रहने दो

बेनाम हैं जो रिश्ता उसे बेनाम ही रहने दो
राज हैं वो उसे राज ही रहने दो

हैं वो निगाह कातिल तो उसे कातिल ही रहने दो
बेवफा हैं वो उसे बेवफा ही रहने दो

अंजान हैं तुझसे वो उसे अंजान ही रहने दो
हैं वो बवाल उसे बवाल ही रहने दो

बात हैं जो खास उसे खास ही रहने दो
दिल की बात हैं दिल मे ही रहने दो

दिल के अरमानों को अरमान ही रहने दो
हम हैं शायर बदनाम हमे बदनाम ही रहने दो

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