Thursday 11 February 2016

वो वीर हनुमन्तथप्पा

वो लाल था इस भारत माँ का जो ,
बर्फ़ो में भी दबकर ज़िंदा था !
मौत से लड़ता रहा जो हफ़्तों ,
वो वीर हनुमन्तथप्पा था !
दुनिया भी अचरज में हैं ,
ये कौन सा करिश्मा था !
न जाने कौन सी शक्ति थी ,
जिससे से वो वीर बर्फ़ो में भी ज़िंदा था !
बड़ी शक्ति दिखाई उसने ,
पर काल से बच न पाया !
वो वीर जवान रेफरल हॉस्पिटल में ,
आज चिर निद्रा को सोया !

1 comment:

  1. वाह वाह, ओमकार जी, Nice poetry , Jay Hind ..

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