एक सुंदर सपना हों तुम ,
कल कल करती नादिया हों तुम !
आप ही आफ़रीन आप हीं परी ,
हर जवाँ दिल के ख़्वाबों की मलिका हों तुम !
क्या मिसाल दूँ मैं आपकी दुनिया को ,
आप ख़ुद में एक जवाब हों तुम !
आप सा तो वो खुदा भी सुंदर नहीं ,
सुंदरता की पहेचान हों तुम !
आप के मुस्कान की बात निराली ,
आप के चेहरे की शान निराली !
आप जैसा कोई नहीं ,
लाखों में आप सब से प्यारी !
नई सुबह की नई किरण हों तुम ,
सुंदरता की मूरत हों तुम !
आप से सिखा लहेराना सागर ने ,
सच बोलू तो डुबतों की पतवार हों तुम !
आसमान की चाँद हों तुम ,
इस दुनिया की जान हों तुम !
हर दिल की धड़कन हों ,
हर जीने वालों की पहली आस हों तुम !
तारों का जहाँ हों तुम ,
इस धरती की शान हों तुम !
आप हीं सब के सपनो की परी ,
सच में सबके आँखों का तारा हों तुम !
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