Saturday 20 February 2016

तेरे हुस्न ने आज जलवा बिछाया हैं

तेरे हुस्न ने आज जलवा बिछाया हैं ,
इस रात को तूने ही मदहोश बनाया हैं !

देख के तेरा ये हुस्न चाँद भी आज शर्माया हैं ,
तूने तो आज मुझे नैनो से जाम पिलाया हैं !

तु जो सनम धुँधली रोशनी में नहाकर आइ हैं !
सच में तेरे हुस्न ने मुझे बहोत बहेकाया हैं ,

तूने ने जो आज कमर बलखाई हैं ,
सच बोलू बूढ़ों में भी रवानी आइ हैं !

तुझे देखते हीं बहेकते सारे हैं ,
और तोहमत तूने शराब पर लगाई हैं !

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