फिर वही यादों का पिटारा लेकर ,
ख्वाहिशो का भण्डार लेकर ,
बुराइयों को दूर भागकर ,
अच्छाईयो को साथ लेकर ,
सब के जीवन में उजियारा लेकर ,
अंधियारे में रौशनी लेकर ,
भूखो को रोटी लेकर ,
गरीबो का सुकून लेकर ,
बूढो की बैसाखी लेकर ,
फिर वही सुहाने दिन लेकर ,
आसमान में आया फ़रिश्ता !
ख्वाहिशो का भण्डार लेकर ,
बुराइयों को दूर भागकर ,
अच्छाईयो को साथ लेकर ,
सब के जीवन में उजियारा लेकर ,
अंधियारे में रौशनी लेकर ,
भूखो को रोटी लेकर ,
गरीबो का सुकून लेकर ,
बूढो की बैसाखी लेकर ,
फिर वही सुहाने दिन लेकर ,
आसमान में आया फ़रिश्ता !
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