Friday 13 March 2015

जो भटक गए प्यार की राह से , फिर कभी किनारे नही आते !

बीत गया जो पल लौट कर ,
फिर वो दिन सुहाने नही आते !
जो भटक गए प्यार की राह से ,
फिर कभी किनारे नही आते !

लाख खोजो तुम मंजिल को ,
फिर वो कभी मकाम नही आते !
आजाते है सब कोई ,
पर वही प्यार के दीवाने नही आते !

रोक सको तो रोक लो ,
फिर ये लौट कर तूफा नही आते !
इस दुनिया में फिर ,
सूखे हुवे फूल नही खिल आते !

आज हर कली ,
खुद ही फूल बन आती !
इस फैशन के नाम पर ,
अपना सब कुछ बेच आती !

न जाने आज दिल ,
कितनो पर लुटा आती !
इस पाक रिश्ते को ,
कितनी बार कलंकित कर आती !

लोग तरसे प्यार को ,
प्यार है बिन पैसे नही आती !
मिल जाता है सब कुछ ,
बिन पैसे आज वो नही आती !

सुना है जो प्यार की कस्मे खाते थे ,
आज वही छुपकर रो आते !
प्यार के नाम पर वो ,
न जाने क्यों आज डर जाते !

इश्क के बाजार में ,
बिकने यहां सब आते !
मिल जाये अच्छा दाम तो ,
ईमान भी बेच आते !

प्यार कहि कर आते ,
शादी कहि और !
इस प्यार के चक्कर में ,
न जाने कितनो को लूट आते !

प्यार करे किसी और से ,
बिकते है कहि और !
इस प्यार के बाजार में ,
बिकते है जिस्म अनमोल !

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