Friday 13 March 2015

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा , ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा ,
ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

ये प्यार की सौगात ,
वो बात ये मुलाकात ,
वो आपका शर्माना ,
वो आपकी अदा हैं जवा !

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा ,
ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

वो आपकी यादें वो बाते ,
वो आपका हँसकर शर्माना ,
वो रातों को तेरा तड़पना ,
ये मौसम वो मौसम भी है जवा !

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा ,
ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

वो आज भी तेरा दबे पाँव आना ,
आकर हमे रोज तेरा सताना ,
वो पलके झुकाकर तेरा ,
बिन बोले कुछ कहे जाना ,
हमे तरसाती है ये मौसम जवा !

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा ,
ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

ये मदहोशी का आलम हैं जवा ,
ये सुहाना पल है जवा ,
तुझको मैं ऐसे में ढूँढू कहा ,
अब तो आजा सनम ये रात है जवा !

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा ,
ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

ये प्यार का मौसम ,
ये चांदनी सुहानी रात ,
ऐसे में आजाओ सनम ,
हम तुम क्यों न खो जाए ,
खो कर एक दूजे में मदहोश हो जाए आज !

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा ,
ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

अभी तो रात हैं जवा ,
ये आलम ये पल है जवा ,
ऐसे में मैं सनम तुझे पुकारू कहा ,
आजाओ अब तो हम तुम है जवा !

ये रात ये चाँद ये मौसम जवा ,
ऐसे में तू सनम छुपी हैं कहा !

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