Thursday 29 October 2015

आज ट्वीटर पर अपनी भी , किसी हसीन से मुलाकात हो गई !

आज किसी से दिल की बात हो गई ,
लगता हैं जैसे प्यार की बरसात हो गई !
न सावन आया न बादल गरजे ,
फिर कैसे ये बात हो गई !

जाना सुना था मगर देखा न था ,
देखते ही देखते ये बात हो गई !
आज ट्वीटर पर अपनी भी ,
किसी हसनी से मुलाक़ात हो गई !

कुछ बात ऐसी चली ,
के बाते उनसे दिन रात हो गई !
बातों ही बातों में आज ,
वो अपने करीब आ गई !

अब तक था जिससे अंजान मैं ,
आज वही हमराज़ हो गई !
अब तक था बे पनाह मैं ,
आज किसी के दिल में पनाह हो गई !

न मैंने दिल की बात कही ,
फिर कैसे उसने दिल की बात सुनली !
अंजान सफ़र अंजान डगर में ,
आज किसी से दिल की बात हो गई !

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