तेरी आशिकी का असर कुछ यूँ छाने लगा हैं , अब तो हर पल तेरा ही नशा होने लगा हैं ! कुछ तो कर ओ जालिम तेरे प्यार में , मैं तो क्या अब सारा कायनात मरने लगा हैं !
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