Wednesday 15 April 2015

वख्त बदला तो हालात बदले , सारे अपने रिश्ते दार बदले !

वख्त बदला तो हालात बदले ,
सारे अपने रिश्ते दार बदले !
अब कोई अपना अपना ना रहा ,
सारे नाते फिके निकले !
जो साथ चलते थे अपने ,
वो सारे यार ने रास्ते बदले !
जो घर में रौशनी सी जगमगाती थी ,
उसने भी आज यार बदले !
अब पुकारे भी तो किसे ,
हर एक राह आज जालसाज निकले !

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