Monday 6 April 2015

वो भी क्या हसीन पल थे जब पास वो थी हमारे ,

वो भी क्या हसीन पल थे जब पास वो थी हमारे ,
उन लम्हों में खोकर अब बची उम्र गुजारनी होगी !
एक बार मुड़कर देख लिया होता तो अच्छा था ,
अब तो करवट बदलकर ही रात गुजारनी होगी !
बहोत चाहा की भुला दू यादों को तेरी दिल से ,
मेरी नही तू ये बात अब दिल को समझानी होगी !
तेरे बगैर जीने की आदत अब डालनी होंगी ,
जिंदगी जीने की अब कोई और राह तलाशनी होगी !

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