Tuesday 7 April 2015

मौसम है बारिश का , और याद आई तुम्हारी ,

मौसम है बारिश का ,
और याद आई तुम्हारी ,
बारिश के हर कतरे से ,
आवाज आई तुम्हारी ,
बादल जब भी गरजते ,
दिल की धड़कन बढ़ती ,
हर बूंदों के साथ साथ ,
तुम और भी निखरती ,
जब तेज हवा चली तो ,
तुम यूँ मचली ,
ऐसे मौसम में ,
पास जो तुम हमारे होती !

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