आप आज की बातें करते हैं ,
और हम कल में जीते मरते हैं !
भूत क्या भविष्य क्या ,
आपका सब उज्जवल हो जाए !
न आए कभी ग़म का साया ,
रहे सदा तुम पर ख़ुशियों का छाया !
एक आँसु भी जो टपके तो ,
वो गिरकर हीरा मोती बन जाए !
इस साल में कुछ हो ऐसा ,
आप पत्थर से पारस बन जाए !
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