Thursday 26 November 2015

अब कहाँ राम मिलते हैं

पहले थे एक ही रावण ,

आज हर गली में यें बसते हैं !

तुम ही बताओ भैया ,

अब कहाँ राम मिलते हैं !

पहले थी वो पवित्र सीता ,

आज कहा वो नारी हैं !

जिसे बचाने राम आए ,

कहा वो नर नारी हैं !

भाई भाई में तब प्यार था ,

अपनो पे तब विश्वास था !

आज हर आदमी बना भिभीषण ,

और हर नारी में महंतरा हैं !

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