पहले थे एक ही रावण ,
आज हर गली में यें बसते हैं !
तुम ही बताओ भैया ,
अब कहाँ राम मिलते हैं !
पहले थी वो पवित्र सीता ,
आज कहा वो नारी हैं !
जिसे बचाने राम आए ,
कहा वो नर नारी हैं !
भाई भाई में तब प्यार था ,
अपनो पे तब विश्वास था !
आज हर आदमी बना भिभीषण ,
और हर नारी में महंतरा हैं !
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