Monday 17 August 2015

ठहरो राम राज्य आ रहा

ठहरो राम राज्य आ रहा ,
एक अधेड़ उम्र का सख्श आ रहा !
ले हाथो में जन विकास का सैलाब ,
एक नया हिंदुस्तान ला रहा !

सारा जीवन देश पर लुटायें आ रहा ,
अपना इतिहास खुद बनाए आ रहा !
इस चोरो के बाजार में  ,
सच्चाई की मशाल जलाए आ रहा !

अपनों का वो प्यार ला रहा ,
दुश्मनो से लड़ा आ रहा !
लेकर फिर भ्रष्टाचार से आजादी ,
वो शुर वीर महान आ रहा !

एक उम्मीद की किरण ला रहा ,
देश द्रोही नेताओ को पछाड़े आ रहा !
लेकर नमो का नारा साथ उनके ,
सारा भारत देश चला आ रहा !

महंगाई की मार से बचाने आ रहा ,
तुमको आरक्षण दिलाने आ रहा !
झुका के दुश्मन को आज ,
लो वो महान चला आ रहा !


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